पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों पर हमले के विरोध में सड़कों पर उतरे डाक्टर

punjabkesari.in Monday, Jun 17, 2019 - 01:31 PM (IST)

जालन्धर (रत्ता): पिछले दिनों पश्चिम बंगाल में डाक्टरों पर हुए हमले के विरोध में सोमवार को महानगर के डाक्टरों ने एमरजैंसी को छोड़ कर बाकी सभी चिकित्सा सुविधाएं बंद रखीं तथा सड़क पर रोष मार्च किया।इंडियन मैडीकल एसोसिएशन हैडक्वार्टर से मिले निर्देशानुसार आई.एम.ए. की स्थानीय इकाई के साथ डाक्टरों की अन्य कई एसोसिएशन के पदाधिकारी एवं सदस्य सोमवार सुबह स्थानीय बी.एम.सी. चौक के निकट स्थित देश भगत यादगार हाल में इकट्ठे हुए।

 खचाखच भरे हाल में उपस्थिति को सम्बोधित करते हुए पंजाब मैडीकल कौंसिल के सदस्य डा. जी.एस. गिल, आई.एम.ए. पंजाब के प्रधान डा. योगेश्वर सूद, पूर्व प्रधान डा. यश शर्मा, डा. राकेश विग, डा. विजय महाजन, डा. पी.एस. बख्शी, डा. नवजोत सिंह, डा. एस.के. शर्मा, डा. भारत भूषण, डा. एच.एस. मान, डा. बी.एस. जौहल, डा. हरीश भारद्वाज ने पश्चिम बंगाल में डाक्टरों पर हुए हमले की निंदा की और कहा कि डाक्टरों की एकजुटता ही सरकार से मांगें मनवा सकती हैं। मंच संचालन सचिव डा. एम.एस. भुटानी ने किया।इसके उपरांत सभी डाक्टर्ज देशभगत यादगार हाल से चल कर बी.एम.सी. चौक होते हुए वापस देशभगत यादगार हाल पहुंचे। इस दौरान जहां उन्होंने हाथों में बैनर व काले झंडे पकड़े हुए थे, वहीं सभी सरकार के खिलाफ तथा आई.एम.ए. यूनिटी के नारे लगा रहे थे। इस दौरान बड़ी संख्या में महानगर के डाक्टर उपस्थित थे।

बिना इलाज करवाएं घर लौटे कई रोगी
सोमवार को महानगर में हुई डॉक्टरों की हड़ताल के कारण कई रोगियों को बिना इलाज करवाए घर लौटना पड़ा। सूत्रों के मुताबिक कुछ रोगियों को डॉक्टरों ने इलाज के लिए सोमवार बुलाया था, ऐसे रोगी जब सुबह अस्पताल पहुंचे तो उन्हें वहां से इस लिए निराश होकर लौटना पड़ा क्योंकि डॉक्टरों की हड़ताल के कारण ओ.पी.डी. सेवाएं बिल्कुल बंद थीं।

सिविल अस्पताल में नहीं हुई ओ.पी.डी., एमरजैंसी में रही भीड़
सिविल अस्पताल के डाक्टरों ने हड़ताल में भाग लिया। वहीं दूसरी ओर सिविल अस्पताल में ओ.पी.डी. बंद होने के कारण एमरजैंसी मरीजों की भीड़ काफी बढ़ गई थी, जिसको लेकर डॉक्टर भी काफी परेशान हो गए थे। इसके बाद मरीजों को एमरजैंसी में तैनात स्टाफ ने ही टीके व दवाइयां दीं। 

Bhupinder Ratta