अपने प्रतिद्वंद्वियों की मुखबरी और कांग्रेसी नेता से दुश्मनी ले डूबी ठूठा को?

punjabkesari.in Friday, Jan 17, 2020 - 12:28 PM (IST)

जालंधर(बुलंद): आम आदमी पर एक पर्चा कहीं छोटी-मोटी धारा का दर्ज हो जाए तो पुलिस उसका जीना हराम कर देती है पर हैरानी की बात है कि शराब तस्कर ठूठा पर 17 पर्चे दर्ज होने के बाद भी पुलिस की इतनी मेहर रही कि उसे गिरफ्तार नहीं किया गया। लेकिन कैसे आज पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया? इस बात को लेकर सारे शराब माफिया में चर्चा छिड़ी रही। 

इस सारे मामले पर से पर्दा उठाते हुए एक आबकारी अधिकारी और शराब कारोबारी ने बताया कि ठूठा को और कोई नहीं उसकी अपनी ही गलतियां ले बैठी क्योंकि अपना तस्करी का दायरा बढ़ाने के चक्कर में उसने अपने ही साथियों (प्रतिद्वंद्वियों) की मुखबरी करके उन्हें फंसाना शुरू कर दिया था। कुछ माह पूर्व उसने एक बड़े गैंगस्टर की मुखबरी करके सैंकड़ों पेटियां शराब की पकड़वाई थीं, जिसका पता चलने के बाद उक्त गैंगस्टर ने उसको धमकी दी थी कि 3 दिन में उसकी पकड़ी गई शराब की सारी रकम उसे दे, वर्ना उसकी खैर नहीं। इसके बाद उसने सारी शराब की पेमैंट अपनी जेब से देकर अपनी जान बचाई थी। 

इसके बाद भी समय-समय पर वह अपने आसपास के ही तस्क रों की मुखबरी बड़े अधिकारियों के पास करके खुद गिरफ्तारी से बचता रहा, लेकिन इसी दौरान पिछले 2 सालों से उसकी एक आबकारी अधिकारी व एक बड़े कांग्रेसी नेता के साथ नजदीकी बिगड़ती रही। उसने कई बार उक्त कांग्रेसी नेता के चेलों को भला-बुरा भी कहा। उक्त चेलों ने अपने नेता को जाकर सारी बात बताई तो उक्त नेता का गुस्सा चरम सीमा पर पहुंच गया। 

जानकारों की मानें तो उक्त नेता ने सीधे एक बड़े पुलिस अधिकारी को फोन किया कि ठूठे को हर हाल में लम्बे समय के लिए अंदर करना है। इसी योजना के तहत पहले पुलिस ने उसके करीबियों को एक-एक करके अंदर किया। इसमें एक ऐसा पुलिस कर्मचारी भी था जो उसकी सारी मनी कलैक्शन और केसों को रफा-दफा करवाने में मदद करता था। उक्त पुलिस कर्मचारी के अंदर जाते ही वह आधा वैसे ही मर चुका था। कथित तौर पर उसे एक बुरा नशा भी लग चुका था, जिसने उसे अंदर से कमजोर कर दिया था। 

इसी बीच उसने बीते दिनों अपने ही एक करीबी शराब तस्कर की सैंकड़ों पेटियां मुखबरी करके पकड़वा दीं। इसके बाद उक्त शराब तस्कर ने सीधे तौर पर उसे सबक सिखाने की ठान ली थी। उक्त तस्कर की सीधे तौर पर 2 बड़े कांग्रेसी नेताओं से अच्छे संबंध हैं और उन्हें समय-समय पर उक्त तस्कर मोटी रकम भी पहुंचाता है। इसके साथ ही चंडीगढ़ में सी.एम. के एक ओ.एस.डी. के साथ भी उक्त तस्कर की अच्छी ट्यूनिंग के चलते ही उसने हैवी प्रैशर जालंधर पुलिस पर डलवाकर ठूठे को गिरफ्तार करवाया। 

सी.एम. दफ्तर में तस्कर की मौखिक तौर पर की गई थी शिकायत
आबकारी विभाग के सूत्रों की मानें तो विभाग की ओर से सी.एम. दफ्तर को इस बारे मौखिक तौर पर शिकायत की गई थी कि रामामंडी थाने में ठूठा पर जो शराब तस्करी का केस दर्ज हुआ था, में से उसका नाम गलत तरीके से निकाला गया, जिसके लिए आबकारी विभाग की कमिश्नरेट पुलिस से भी नाराजगी सामने आई थी।  इस सब के चलते सीधे चंडीगढ़ से आए निर्देशों के दबाव में आखिर उसे पुलिस हिरासत में लिया गया है। अब देखना होगा कि क्या पुलिस उस पर दर्ज डेढ़ दर्जन केसों को आधार बनाकर उसे कड़ी सजा दिलाती है या फिर कानूनी दावपेचों और सैटिंग से एक बार फिर वह कानून के शिकंजे से छूट कर वापस तस्करी के बाजार में अपना सिक्का चलाता है। वर्णनीय है कि कुछ वर्ष पूर्व वह एक बड़े नशा तस्करी के केस से छूटने के लिए एक बड़े अधिकारी को इनोवा कार गिफ्ट करने के मामले में भी खूब चर्चा में आया था। 

Edited By

Sunita sarangal