गर्भावस्था में खतरनाक हो सकता है मिर्गी का दौरा : डा. सुमेश हांडा
punjabkesari.in Thursday, Feb 20, 2020 - 08:49 AM (IST)
जालंधर(रत्ता): दि कौंसिल ऑफ सुपरस्पैशलिस्ट्स जालंधर की नई टीम द्वारा आयोजित पहली सी.एम.ई. में न्यूरोलॉजिस्ट डा. सुमेश हांडा मुख्य वक्ता थे। सी.एस.एस. के नवनियुक्त प्रधान सीनियर कार्डियक सर्जन डा. अश्विनी सूरी ने सी.एम.ई. के शुरू में सभी का स्वागत करते हुए अपनी टीम की घोषणा की और बताया कि डा. संजय मित्तल को सचिव, डा. विवेक राणा को कोषाध्यक्ष बनाया गया है जबकि डा. निपुण महाजन व डा. पवन सूरी उपप्रधान होंगे।
इसके उपरांत सी.एम.ई. के मुख्य वक्त डा. सुमेश हांडा ने ‘एपिलेप्सी इन वूमेन’ विषय पर बोलते हुए बताया कि आंकड़ों के मुताबिक एक हजार में 2 महिलाएं मिर्गी से ग्रस्त होती हैं और ऐसी महिलाओं को गर्भावस्था में विशेष ध्यान रखने की जरूरत इसलिए होती है कहीं अगर गर्भावस्था के दौरान मिर्गी का दौरा पड़ जाए तो कई बार वह काफी खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने बताया कि मिर्गी रोग से ग्रस्त महिलाओं को गर्भावस्था में दवाई भी डाक्टर की सलाह से ही खानी चाहिए।
डा. हांडा ने मिर्गी रोग के कारण, लक्षण व उपचार संबंधी विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि मिर्गी आम बीमारियों की तरह एक बीमारी है, जिसका अगर सही व पूरा इलाज किया जाए तो रोगी पूरी तरह ठीक हो सकता है। उन्होंने उपस्थिति के सवालों के जवाब भी दिए। इस सी.एम.ई. में डा. सुष्मा चावला, डा. एच.एस. बढवाल, डा. कर्नल मनोज चेयरपर्सन थे। अंत में कौंसिल की तरफ से मुख्य वक्ता को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डा. कपिल गुप्ता, डा. रघुविंद्र सिंह, डा. के.एस. मक्कड़, डा. पुनीत पसरीचा, डा. सौरभ सहित महानगर के कई सुपरस्पैशलिस्ट व फजीशियन उपस्थित थे।