छोटे फैंसी नंबरों के नाम पर युवा नेता ने कमाए करोड़ों रुपए!

punjabkesari.in Sunday, Mar 10, 2019 - 10:17 AM (IST)

जालंधर(बुलंद): विजीलैंस विभाग का आर.टी.ए. दफ्तर में हुए छोटे पुराने वाहनों के फैंसी नंबरों के घपले में लगातार आर.टी.ए. दफ्तर के अधिकारियों और कर्मचारियों पर शिकंजा कसता देख अब संबंधित विभाग के एजैंटों में अफरा-तफरी मची हुई है। इसी बीच अब कुछ लोग दबी जुबान में कुछ ऐसे नाम लेते दिखाई दे रहे हैं जिन्होंने इन विंटेज नंबरों की सारी गेम खेली और लाखों नहीं करोड़ों रुपए कमाए हैं। 

जानकारों की मानें तो एक सियासी पार्टी के युवा नेता ने इस पूरी विंटेज नंबर की गेम से करोड़ों रुपए कमा लिए हैं। उसने सिर्फ जालंधर ही नहीं कई जिलों के विंटेज नंबरों के खेल में अपनी जेब भरी और सभी नियमों को ताक पर रख कर उच्च राजनीतिक लोगों के फोन आर.टी.ए. दफ्तर के अधिकारियों को करवाकर इन छोटे विंटेज नंबरों को अपने-अपने कारिंदों के  नामों पर अलाट करवाकर बाद में उन्हें महंगे दामों पर बेचा है। विभाग के एजैंटों की मानें तो अधिकतर विंटेज नंबरों को उक्त युवा नेता के खासम-खास एजैंटों ने मात्र 15 से 25 हजार रुपए में अपने नाम अलाट करवाकर बाद में उन्हें अमीर लोगों को उनकी महंगी कारों के लिए 2 से 5 लाख रुपए प्रति नंबर के हिसाब से बेचा। 

इन लोगों की मानें तो उक्त युवा नेता ने विजीलैंस विभाग में भी अपने आकाओं यानी बड़े नेताओं से फोन करवा रखे हैं कि इस मामले की जांच की आंच इस युवा नेता को न लगने पाए।  एजैंटों की मानें तो वे तो सिर्फग्राहक ढूंढ कर लाते थे और अपनी कमीशन लेते थे, पर जिसने नंबर अपने और अपने काङ्क्षरदों के नाम अलॉट करवाए और लाखों में एक-एक नंबर बेच कर अपनी जेब भरी, उन्हें सारी जांच से दूर क्यों रखा गया है। इन एजैंटों और अन्य काङ्क्षरदों ने विजीलैंस से मांग की है कि अगर ङ्क्षवटेज नंबरों की हेराफेरी के सूत्रधार को ना पकड़ा तो केस की असल परतें नहीं खुल पाएंगी।

swetha