ऑब्जर्वरों के सामने मक्कड़ व मन्नण में जमकर हुआ गाली-गलौच

punjabkesari.in Tuesday, Dec 10, 2019 - 10:35 AM (IST)

जालंधर(बुलंद): पिछले कई दिनों से ठंडा पड़ा अकाली दल एक बार फिर गर्मी में आ गया और पार्टी के जिला शहरी प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण व कैंट हलके के इंचार्ज सर्बजीत सिंह मक्कड़ में ऑब्जर्वरों महेशइंद्र सिंह ग्रेवाल व बीबी महेंद्र कौर जोश के सामने ही जमकर गाली-गलौच हुआ, जिसे शांत करवाने के लिए खुद ऑब्जर्वरों को हस्तक्षेप करना पड़ा।

वालिया को देख भड़के मक्कड़ का गुस्सा मन्नण पर निकला : मन्नण पक्ष
उक्त मामले के बारे में जानकारी देते हुए मन्नण पक्ष के अकाली नेताओं ने बताया कि बात तो तब ही बिगड़ गई थी, जब ऑब्जर्वरों के बिल्कुल साथ की कुर्सी पर सर्बजीत मक्कड़ को कैंट हलके में टक्कर देने वाले उनके कड़े विरोधी एच.एस. वालिया बैठ गए थे। जैसे ही मक्कड़ मीटिंग हाल में दाखिल हुए और उन्होंने देखा कि ऑब्जर्वर के एक ओर वालिया व दूसरी ओर मन्नण बैठे हैं तो उनका गुस्सा भड़क गया लेकिन मन्नण ने मौका संभाला और मक्कड़ के लिए कुर्सी छोड़ी तथा उन्हें ऑब्जर्वर के साथ बैठा दिया लेकिन बैठक के बाद जब ऑफिस में चाय-पानी पीने लगे तो वहां 6 कुर्सियां लगी थीं, जिन पर मन्नण, बीबी परमिंदर कौर पन्नू, नीलामहल व बीबी जोश बैठी थीं। 2 कुर्सियां खाली थीं, जिन पर ग्रेवाल व मक्कड़ को बैठना था।

जब मक्कड़ ऑफिस में पहुंचे और खाली कुर्सी पर बैठने लगे तो उन्हें किसी ने कहा कि यह ग्रेवाल की कुर्सी है आप दूसरी पर बैठ जाओ। इतने में मन्नण ने कहा कि लो मेरी कुर्सी ले लो। इस पर मक्कड़ का पारा हाई हो गया और उन्होंने गाली-गलौच करते हुए कहा कि यह ड्रामा मेरे साथ नहीं चलेगा। मन्नण ने भी जमकर मक्कड़ की गालियों का जवाब दिया। इससे सारी बैठक में गर्मागर्मी शुरू हो गई। आखिर ऑब्जर्वरों ने मक्कड़ को उनकी गलत शब्दावली के लिए डांट भी लगाई। 

जानबूझ कर मक्कड़ को नीचा दिखाया गया : मक्कड़ गुट
वहीं बैठक में हुई गाली-गलौच बारे मक्कड़ ने तो कुछ भी नहीं कहा पर उनके साथियों का कहना था कि बैठक में जानबूझ कर मक्कड़ को नीचा दिखाने के लिए वालिया को ऑब्जर्वरों के साथ वाली कुर्सी दी गई और मक्कड़ के लिए कोई जगह नहीं रखी गई। उन्होंने कहा कि मक्कड़ ने गालियां नहीं निकालीं, बल्कि उनके विरोधियों ने गाली-गलौच शुरू की, जिसका मक्कड़ ने जवाब भी नहीं दिया और बैठक बीच में ही छोड़ कर चले गए।

खालसा ने राजपाल के आगे जताया विरोध 
मक्कड़ और मन्नण की बहसबाजी के बाद गुरुद्वारा सोढल में ही गुरप्रीत खालसा और सुखमिंद्र राजपाल में भी तीखी नोक-झोंक हुई और नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। मौके पर मौजूद लोगों की मानें तो खालसा ने राजपाल के आगे विरोध जताया कि जब बैठक में मक्कड़ और मन्नण आपस में उलझ रहे थे तो राजपाल और उसके साथी क्यों मक्कड़ के साथ मन्नण के विरोध में बोलने लगे थे। खालसा ने कहा कि यह यूथ अकाली दल की अनुशासनहीनता माना जाएगा। उन्होंने राजपाल को कहा कि तुम्हें पार्टी में ज्यादा ही हवा मिल गई है। इस हवा को कम करना पड़ेगा। इसके बाद राजपाल ने भी खालसा को खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि वह खालसा या किसी और के कारण पार्टी में आगे नहीं आए बल्कि अपनी मेहनत व पार्टी के किए कार्यों से आगे आए हैं। उन्होंने कहा कि किसी में दम है तो उन्हें रोक कर दिखाए। मौके पर मौजूद पार्टी वर्करों ने मुश्किल से दोनों को अलग किया और मामला ठंडा किया। 

मक्कड़ पर कड़ी कार्रवाई करे हाईकमान : भाटिया
सारे मामले के बारे कमलजीत सिंह भाटिया ने कहा कि उन्होंने ग्रेवाल को सारी बात स्पष्ट की है कि मक्कड़ द्वारा ऐसी गैर-जिम्मेदाराना हरकतें बढ़ती जा रही हैं। कभी वालिया के साथ हाथापाई, कभी उनके साथ और जिला प्रधान के साथ बदतमीजी बर्दाश्त से बाहर है। भाटिया ने कहा कि ग्रेवाल ने उसी समय फोन करके हाईकमान को सारी बात बताई और इस बारे कड़ा संज्ञान लेने को कहा। 

अकाली दल की बैठक में पार्टी प्रधान के चुनाव की रणनीति बारे चर्चा
गुरुद्वारा निहंग सिंह सोढल में कल शिरोमणि अकाली दल की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें पार्टी प्रधान के चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा की हुई। बैठक में सबसे पहले उन सिख कैदियों की तुरंत रिहाई की मांग की गई, जिन्हें गत दिनों केंद्र सरकार की ओर से सजा माफी दी गई थी। इसके बाद एक प्रस्ताव पारित करके बटाला में मारे गए अकाली दल के सरपंच के केस में सुक्खी रंधावा पर कत्ल का केस दर्ज करने की मांग सरकार से की गई। इस दौरान बताया गया कि पार्टी की मैंबरशिप मुहिम के दौरान 25 मैंबरशिप की कापियों के पीछे एक डैलीगेट बनाया जाएगा और 10 कापियों के पीछे 1 ब्लाक प्रधान बनाया जाएगा, जो भी डैलीगेट बनेंगे वे 14 दिसम्बर को अमृतसर में पार्टी प्रधान के चुनाव मे हिस्सा लेने पहुंचेंगे। इस मौके पर रणजीत सिंह राणा, अमरजीत सिंह मिट्ठा, भजन चोपड़ा, अमरजीत किशनपुरा, गुरप्रताप पन्नू, अमनदीप सिंह मोंटी, सतिंद्र सिंह आदि मौजूद थे।

मक्कड़ की शिकायत लेकर लुधियाना ग्रेवाल के पास गए शहर के 5 पार्षद व दर्जनों नेता 
वहीं बैठक की समाप्ति के तुरंत बाद शहर के दर्जनों सीनियर नेता, जिनमें कुलवंत सिंह मन्नण, बलजीत सिंह नीलामहल, रणजीत सिंह राणा, जालंधर के 5 अकाली पार्षद जिनमें गुरदीप सिंह, परमजीत रेरु, रंधावा सहित कई बड़े नेता लुधियाना में ऑब्जर्वर महेशइंद्र सिंह ग्रेवाल से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने ग्रेवाल को साफ कहा कि या तो मक्कड़ को अकाली दल से बाहर का रास्ता दिखाओ या हमें अकाली दल छोड़ने की अनुमति दो। 

अकाली नेताओं ने ग्रेवाल को कहा कि यह पहला मामला नहीं है कि मक्कड़ ने अपनी ही पार्टी के नेताओं के साथ दुर्व्यवहार किया है। कम-से-कम इस जैसे आधा दर्जन मामले पार्टी हाईकमान के पास पहुंच चुके हैं, पर हाईकमान की ओर से हर बार मक्कड़ का साथ दिया जाता है, जिससे पार्टी की समूची जिला इकाई में रोष व निराशा व्याप्त है। उन्होंने कहा कि ऐसे में आने वाले दिनों में पार्टी की बैठकों में सिर्फ मक्कड़ ही नजर आएंगे बाकी नेता नदारद होंगे। पार्टी नेताओं की सारी बात सुनने के बाद ग्रेवाल ने उन्हें भरोसा दिया कि क्योंकि यह सारा मामला उनके सामने ही घटित हुआ है इसलिए वह सारे मामले को गंभीरता से लेकर हाईकमान तक पहुंचाएंगे और मक्कड़ के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा।

Edited By

Sunita sarangal