Army में भर्ती होने के इच्छुक लगवा चुके अपराधी होने का कलंक

punjabkesari.in Monday, Jan 21, 2019 - 11:40 AM (IST)

जालंधर(महेश): सेना में भर्ती करवाने के नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाने का गैरकानूनी धंधा जोरों पर चल रहा है। इसकी मिसाल पहले पंजाब के जालंधर जिले में और अब रोपड़ में देखने को मिली है। हालांकि जालंधर में हरियाणा से जाली दस्तावेजों के बल पर भर्ती होने आए 27 युवक तो जेल जाकर खुद पर अपराधी होने का कलंक लगवा चुके हैं।  उनसे लाखों ऐंठकर जाली दस्तावेज बनाने वाले अभी पुलिस की पहुंच से बाहर हैं। आमतौर पर देखने में आया है कि 18 से 25 साल के युवकों को ठग लोग अपना शिकार बना लेते हैं और उन्हें सेना में भर्ती करवाने के लिए उनके फर्जी दस्तावेज तैयार कर देते हैं। 

जांच किए जाने पर जब भर्ती होने के लिए आए युवक पकड़े जाते हैं तो वे अपनी पूरी कहानी पुलिस के सामने बोल देते हैं। ऐसे में यह बात बिल्कुल साफ है कि फर्जी दस्तावेज बनाने और बनवाने वाले दोनों ही अपराधी हैं। इसके चलते उनके पकड़े जाने पर उन पर एफ.आर.आई. तो होगी ही, साथ में ही सजा होने पर उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है।

कुछ पूर्व सैनिकों का देश के भविष्य से खिलवाड़ करना शर्मनाक
ठगी करने वाले भी कोई और नहीं, सेना से ही सेवानिवृत्त हुए व्यक्ति होते हैं। उन्हीं को ही पूरी जानकारी होती है कि वे सेना में भर्ती होने के शौकीन युवकों को कैसे अपना शिकार बना सकते हैं। सरकार से पैंशन व कई सुविधाएं ले रहे पूर्व सैनिकों द्वारा देश के भविष्य से खिलवाड़ करना एक शर्मनाक रुझान है।

हिसार व जींद जिलों के थे पकड़े गए 27 युवक
थाना कैंट की पुलिस ने 4-5 दिसम्बर को जालंधर कैंट स्थित मुख्य भर्ती कार्यालय में फर्जी दस्तावेज लेकर सेना में भर्ती होने के लिए आए करीब 27 युवकों को काबू किया था जोकि सभी हरियाणा के हिसार व जींद जिलों के रहने वाले थे। उनके खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज की गई जिसके बाद माननीय अदालत ने उन सभी को जेल भेज दिया और अब उनकी जमानत हो चुकी है लेकिन जेल जाने का धब्बा उन पर पूरी जिंदगी के लिए लग गया जिसके चलते वे अब सेना में कभी भर्ती नहीं हो पाएंगे। 

हिसार के स्टेडियम में प्रैक्टिस दौरान हुई थी ठग से मुलाकात
सेना में भर्ती होने के चाहवान युवकों की हिसार के स्टेडियम में प्रैक्टिस करते समय वहां एक रमेश नामक ठग से मुलाकात हुई थी जिससे उन्होंने अपने फर्जी दस्तावेज बनवाए थे। फर्जी दस्तावेजों में कास्ट सर्टीफिकेट, 10वीं का सर्टीफिकेट, आधार कार्ड, कैरेक्टर सर्टीफिकेट, नो क्लेम सर्टीफिकेट व पंजाब रैजीडैंशियल सर्टीफिकेट इत्यादि शामिल थे जोकि पुलिस ने युवकों से लेकर अपने कब्जे में ले लिए थे। 

सभी मामलों में होशियारपुर कनैक्शन जांच का विषय
सेना अधिकारियों की जांच के दौरान फर्जी दस्तावेजों समेत बेनकाब किए गए युवक  बेशक हरियाणा के रहने वाले थे लेकिन उन्होंने पंजाब में चल रही सेना भर्ती में नौकरी हासिल करने के लिए बनाए दस्तावेजों पर होशियारपुर जिले का पता लिखवाया था। सेना अधिकारियों ने पूरी जांच की तो पता चला कि सभी युवक हरियाणा से संबंधित हैं।  केवल सेना की नौकरी हासिल करने के लिए ही उन्होंने अपना नाम और पता बदल लिया था क्योंकि पंजाब की भर्ती होने के कारण उसमें केवल पंजाब से संबंधित युवक ही हिस्सा ले सकते थे। सभी 27 युवकों का होशियारपुर जिले का ही फर्जी पता लिखवाए जाने के पीछे इस जिले का कनैक्शन जांच का विषय है।

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