प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के हाथ खड़े, कूड़ा जलाने वालों पर नहीं कसी जा रही लगाम

punjabkesari.in Tuesday, Feb 04, 2020 - 02:32 PM (IST)

जालंधर(बुलंद): एन.जी.टी. की बैठकों को खोखला साबित करने में जालंधर नगर निगम और प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड कोई कसर नहीं छोड़ रहा। एन.जी.टी. के गठन से लेकर उसकी बैठकों तक में सरकार के खाते से आम जनता की करोड़ों रुपए की खून-पसीने की कमाई खर्च होती है लेकिन न तो शहर में प्रदूषण की मात्रा में कोई कमी आ रही है और न ही प्रदूषण फैलाने वालों पर कोई शिकंजा कसा जा रहा है।

शहर में सरेआम कूड़ा जलाने के मामले सामने आ रहे हैं और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कूड़ा जलाने वालों को रोक पाने में पूरी तरह असफल सिद्ध हो रहा है। यहां तक कि प्रदूषण विभाग के एक अधिकारी ने तो साफ कह दिया कि हमारे हाथ खड़े हैं। हम बैठकों में ही उलझे हुए हैं, कूड़ा कहां जल रहा है और कौन जला रहा है, इस ओर देखने की फुर्सत ही नहीं है। ऐसे में आम लोग जहरीला धुआं फांकने को मजबूर हैं। ऐसा ही नजारा फोकल प्वाइंट के सामने वाली रोड पर दिखाई दिया। जहां सैंकड़ों पॉलीथीन के लिफाफों पर तेल छिड़क कर किसी ने आग लगा दी और सारे इलाके में गंदा धुआं फैला रहा। इस रोड से गुजरने वालों को उसी गंदे धुएं में सांस लेनी पड़ रही थी। खास कर इस रोड पर फोकल प्वाइंट जाने वाली लेबर का बुरा हाल था। लोग नाक पर हाथ रखकर गुजर रहे थे। 

विभाग को बंद क्यों नहीं कर रही सरकार, क्यों वेस्ट कर रही जनता का पैसा
मामले बारे लोगों का कहना था कि न तो प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड नहरों की सफाई कर पा रहा है और न ही वायु को प्रदूषित होने से रोक पा रहा है तो फिर सरकार इस विभाग को बंद क्यों नहीं कर देती, क्यों जनता का करोड़ों रुपया इस एक विभाग पर खर्च किया जा रहा है। 

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी बोले- नगर निगम का है यह काम 
वहीं जब मामले बारे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक कर्मचारी से बात की तो उनका कहना था कि जालंधर नगर निगम अपने सारे मुद्दों पर फेल रहा है। यह काम नगर निगम का है कि कूड़ा कहीं इकट्ठा ही न होने दिया जाए और उसे आग न लगाने दी जाए, परंतु एन.जी.टी. के  आदेशों के बाद भी नगर निगम कुछ नहीं कर रहा और सारा इलजाम प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड पर लगाया जा रहा है।

Edited By

Sunita sarangal