पार्सल माफिया रेल छोड़ ट्रकों से बिना बिल धड़ल्ले से कर रहा GST चोरी

punjabkesari.in Wednesday, May 16, 2018 - 10:03 AM (IST)

जालंधर(राज): सरकारें चाहे जितनी भी सख्ती कर लें परंतु टैक्स चोरी को रोक पाना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन हो चुका है।  पहले टैक्स चोरी रोकने के लिए पंजाब सरकार ने रोजाना स्टेशन पर आने वाले सैंकड़ों नगों पर बैरियर लगा दिया। सन् 2011 में रेलवे स्टेशन पर 24 घंटे आबकारी विभाग के 3 इंस्पैक्टर और उनके साथ 6 पुलिस मुलाजिम टैक्स चोरी को रोकने के लिए तैनात रहते थे।

यह सिलसिला 6 साल तक चला। सूत्रों की मानें तो स्टेशन के आबकारी विभाग के बैरियर से पंजाब सरकार को 11 से 12 लाख रुपए सालाना राजस्व की प्राप्ति होती थी परंतु वर्ष 2017 में पूरे देश में जी.एस.टी. लागू होने से स्टेशन तो क्या, पूरे पंजाब से आबकारी विभाग के बैरियर समाप्त कर दिए गए। बावजूद इसके पार्सल माफिया के बड़े-बड़े ग्रुप जो कि रेल द्वारा अपनी एजैंसियों की आड़ में टैक्स चोरी करते थे, अब धीरे-धीरे रेल छोड़ सड़क मार्ग से ट्रकों द्वारा माल शहर में ला रहे हैं। सूत्रों के अनुसार शहर में रोजाना 5 से 10 ट्रक बिना बिल माल के नग धड़ल्ले से पहुंचा रहे हैं या जी.एस.टी. की चोरी का खेल गुपचुप तरीके से जी.एस.टी. विभाग की मिलीभगत से चल रहा है। 

रेलवे ने की कागजी कार्रवाई जटिल
सूत्रों की मानें तो दिल्ली से पंजाब आने के 2 रास्ते हैं एक रेल और दूसरा सड़क। रेलवे ने जी.एस.टी. चोरी को रोकने के लिए कागजी कार्रवाई काफी जटिल कर दी है, यही कारण है कि पार्सल माफिया ने अब शहर के चंद ट्रांसपोर्टरों से सांठ-गांठ कर ली है। स्टेशन के पार्सल माफिया को शहर के बड़े ट्रांसपोर्टरों ने अपनी गारंटी पर जी.एस.टी. बचाकर गाडिय़ां शहर में पहुंचाने का हौसला दे दिया है जिसके चलते पार्सल माफिया को जी.एस.टी. चोरी का दूसरा रास्ता मिल गया है।  

 ए.ई.टी.सी. मोबाइल विंग ने नहीं की बात
इस सारे मामले बारे जब मोबाइल विंग के ए.ई.टी.सी. (असिस्टैंट एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर) मैडम दलवीर राज से बात करनी चाही तो उन्होंने कहा कि मेरे पास बात करने के लिए समय नहीं है। मैं इस समय बहुत व्यस्त हूं।

Vijay