मकसूदां सड़क घोटाले की अब आई.जी. विजिलैंस ने चौथी बार शुरू की जांच

punjabkesari.in Wednesday, Jul 01, 2020 - 02:10 PM (IST)

जालंधर(खुराना): लगातार 10 साल नगर निगम की सत्ता पर काबिज रहे अकाली भाजपा सरकार के कार्यकाल दौरान 26 मई 2010 में जालंधर नगर निगम ने मकसूदां की मेन सड़क को बनाने का उद्घाटन किया था जिस पर 3.76 करोड़ रुपए खर्च आने थे और ठेकेदार विनोद गुलाटी ने इस सड़क का निर्माण करना था।  तब तत्कालीन विधायक के.डी. भंडारी के साथ तत्कालीन मेयर राकेश राठौर और पार्षद गुरदीप सिंह नागरा इत्यादि ने इस सड़क का उद्घाटन किया जो उसके बाद धीमी गति से बनती तो रही परंतु कभी पूरी नहीं हुई। 

तब विपक्ष में बैठे कांग्रेसियों ने इस सड़क को मुद्दा बनाकर इसमें घोटाले का आरोप लगाया और कई धरने भी लगाए। जब इस मामले की शिकायत विजिलैंस को हुई तब विजिलैंस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की जिस कारण कांग्रेसियों ने विजिलैंस खिलाफ  भी धरने प्रदर्शन किए। कांग्रेसियों का आरोप था कि सड़क को केवल जनता कॉलोनी तक ही बनाया गया और डिवाइडर भी अधूरे छोड़ दिए गए जबकि ठेकेदार को पेमैंट पूरी कर दी गई । करीब 4 साल बाद मकसूदां क्षेत्र के कांग्रेसी पार्षद देसराज जस्सल ने इस सड़क में हुए कथित घोटाले की शिकायत विजिलैंस को की जिसकी जांच इन सालों दौरान 3 बार हुई परंतु हर बार अलग-अलग रिपोर्ट देकर जांच को संपन्न कर दिया गया।

अब चौथी बार विजिलैंस के आई.जी. लेवल के अधिकारी ने मकसूदां सड़क कांड की फाइल को दोबारा खोला है और जांच शुरू की है जिसके चलते आज कांग्रेसी पार्षद देसराज जस्सल को चंडीगढ़ बुलाकर उनके बयान कलमबद्ध किए जाएंगे। पार्षद जस्सल ने बताया कि इस मामले में जहां नगर निगम के अधिकारियों को आरोपी बनाया गया है वही विजिलैंस को दी गई शिकायत में उस समय के विधायक के.डी. भंडारी,  पूर्व मेयर राकेश राठौर, पूर्व मेयर सुनील ज्योति और पूर्व पार्षद गुरदीप सिंह नागरा इत्यादि के नाम भी हैं।


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Vaneet

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