गढ़ा के विवादित निर्माण पर चली डिच

punjabkesari.in Saturday, May 12, 2018 - 09:48 AM (IST)

जालंधर(खुराना): चाहे शहर में इन दिनों दर्जनों अवैध निर्माण किए जा रहे हैं परंतु नगर निगम ने आज गढ़ा के चिंतपूर्णी मंदिर के सामने स्थित अवैध निर्माण पर डिच चलाकर उसे तहस-नहस कर दिया। गौरतलब है कि गत रात्रि इस अवैध निर्माण को लेकर मौके पर खूब हंगामा हुआ था। पार्षद मिंटू जुनेजा ने आज अपने साथ हुए दुव्र्यवहार की शिकायत मेयर से की जिन्होंने तुरंत निगम कमिश्नर, एस.टी.पी. व ए.टी.पी. इत्यादि को अपने कार्यालय में बुलाकर मिंटू जुनेजा के साथ बैठक की। बैठक के तुरंत बाद निगम की डिच मशीनें अवैध निर्माण को तोडऩे पहुंच गईं। कार्रवाई का नेतृत्व ए.टी.पी. लखवीर सिंह व बिल्डिंग इंस्पैक्टरों ने किया। 

खासे नाराज हुए पार्षद जैन दम्पति
 निगम की इस कार्रवाई से गढ़ा व अर्बन एस्टेट क्षेत्र की पार्षद नीरजा जैन व उनके पति अरुण जैन में खासा रोष देखा गया। अरुण जैन ने बताया कि उक्त बिल्डिंग उनके वार्ड में बन रही थी। पार्षद मिंटू जुनेजा को क्या अधिकार था कि वह शराब पीकर निर्माण को रुकवाने पहुंचते और मुझे गालियां निकालते।  अरुण जैन ने बताया कि मिंटू जुनेजा के साथ कोई मारपीट नहीं हुई और जब उनका मैडीकल करवाने की बात हुई तो वह थाने से खिसक गए। जैन ने कहा कि गढ़ा जैसी दलित आबादी में एक गरीब परिवार द्वारा एक लैंटर डाले जाने से रातों-रात कोई प्रलय नहीं आ जानी थी। शहर में दर्जनों ऐसे अवैध निर्माण गिनाए जा सकते हैं, जिनका कोई नक्शा पास नहीं है। आदर्श नगर गुरुद्वारा से बस्ती मिट्ठू को जाती सड़क के किनारे तीन अवैध दुकानें पूरी बन गईं परंतु वहां डिच क्यों नहीं चलाई गई। जैन ने साफ कहा कि मेयर जगदीश राजा ने एकपक्षीय बात सुनकर फैसला दिया है जो सही नहीं है।  जैन ने कहा कि गढ़ा में ही तीन मंजिला अवैध बिल्डिंगें बन गईं परंतु उन पर भी डिच नहीं चलाई गई और उन्हें बचाने हेतु सील लगाने की कार्रवाई की गई। 

पार्षद प्रभदयाल की इज्जत का ख्याल क्यों नहीं हुआ 
कई सप्ताह पहले गढ़ा के दयानंद चौक में तीन मंजिला अवैध कमर्शियल बिल्डिंग बन जाने के मामले में शिकायत देने पर कांग्रेस पार्षद प्रभदयाल भगत को एक महिला बिल्डिंग इंस्पैक्टर से अपमानजनक शब्द सुनने पड़े थे। यह सारा कांड मेयर कार्यालय में हुआ था और अगले दिन विधायक परगट सिंह ने भी मेयर कार्यालय आकर इस कांड बारे मेयर व निगमाधिकारियों से रोष व्यक्त किया था। कांग्रेसी पार्षद की बेइज्जती और विधायक के दखल के बावजूद निगम ने उस अवैध बिल्डिंग को छेड़ा तक नहीं और प्रशासन को एस.डी.एम. उपलब्ध करवाने के लिए पत्र लिखने की औपचारिकता कर दी। चर्चा है कि अगर निगम में इ‘छाशक्ति हो तो सुबह पत्र लिखकर बाद दोपहर जिला प्रशासन से एस.डी.एम. को बुलवाया जा सकता है। जैसी कार्रवाई मिंटु जुनेजा की शिकायत पर निगम ने की है ऐसी कार्रवाई प्रभदयाल भगत की शिकायत पर क्यों नहीं की गई। इसे लेकर कांग्रेस पार्टी, निगम तथा गढ़ा के क्षेत्रों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं। 

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