250 करोड़ के स्टेडियम की नीलामी के लिए नहीं मिला एक भी आवेदन

punjabkesari.in Tuesday, Jun 18, 2019 - 08:53 AM (IST)

जालंधर(पुनीत): 250 करोड़ के शुरूआती दाम पर नीलामी में रखे गए गुरु गोङ्क्षबद सिंह स्टेडियम की नीलामी में भाग लेने हेतु एक भी आवेदन नहीं मिला, जिसके चलते पी.एन.बी. बैंक के अधिकारियों को निराशा हाथ लगी। लोन न चुकाने के चलते पी.एन.बी. द्वारा जब्त की गई इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट की 480 करोड़ की जायदादों की नीलामी करवाई जानी थी, जिसके लिए 17 जून को शाम 4 बजे तक आवेदन किया जा सकता था लेकिन स्टेडियम सहित किसी अन्य प्रापर्टी के लिए कोई आवेदन नहीं मिला। 

इससे पहले भी जब बैंक द्वारा ट्रस्ट की प्रापर्टी को नीलाम करवाया जा रहा था तो तब भी किसी ने आवेदन नहीं किया था। इस बार नीलामी में बढिय़ा रिस्पांस की आस लिए बैंक ने ट्रस्ट की जायदादों के दाम कम कर दिए लेकिन इसके बावजूद कोई रिस्पांस नहीं मिल पाया। बैंक अधिकारियों का कहना है कि फिर से दाम कम करके नीलामी करवाई जाएगी।नीलामी में भाग लेने के लिए 10 प्रतिशत राशि एडवांस में (अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट के रूप में) जमा करवानी होती है, स्टेडियम की शुरूआती कीमत 250 करोड़ रखी गई है जिसके चलते 25 करोड़ रुपए जमा करवाकर नीलामी में हिस्सा लिया जा सकता था, लेकिन इतनी बड़ी राशि एडवांस में जमा करवाकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहता। 

इसके अलावा 230 करोड़ की दूसरी प्रापर्टी को भी नीलामी में रखा गया था जिसमें सूर्या एन्क्लेव एक्सटैंशन स्कीम, महाराजा रणजीत सिंह एवेन्यू, गुरु गोङ्क्षबद सिंह एवेन्यू, सूर्या एन्क्लेव व अन्य प्रापर्टी रखी गई लेकिन इस प्रापर्टी के प्रति भी किसी ने कोई रिस्पांस नहीं दिखाया।

ट्रस्ट की धूमिल छवि के चलते नहीं मिला रिस्पांस
जालंधर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट की धूमिल छवि के चलते बैंक को नीलामी में रिस्पांस नहीं मिल पाया। यही नहीं इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट द्वारा पिछले समय के दौरान करवाई गई नीलामी में भी कोई प्रापर्टी नहीं बिक पाई थी। ट्रस्ट की छवि धूमिल होने का कारण 94.97 एकड़ स्कीम है, जिसने ट्रस्ट की लूटिया डूबो दी। इसी स्कीम के लिए ट्रस्ट ने 175 करोड़ का लोन लिया लेकिन 7-8 साल बाद भी लोन के 112 करोड़ बकाया है।

ट्रस्ट जहां एक तरफ लोन चुकाने में असमर्थ रहा वहीं प्लाट होल्डरों को पोजैशन भी नहीं मिल पाई, जिसके चलते कई होल्डर उपभोक्ता फोरम की शरण में जा रहे हैं। लोगों का गुस्सा ट्रस्ट के प्रति बढ़ता जा रहा है जिसके चलते लोग ट्रस्ट की प्रापर्टी खरीदने के प्रति कोई रुझान नहीं दिखा रहे और हर बार नीलामी फेल हो रही है। 

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