इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के इंदिरापुरम के फ्लैट दयनीय हालत में

punjabkesari.in Wednesday, Jul 17, 2019 - 11:38 AM (IST)

जालंधर(पुनीत): इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के इंदिरापुरम स्थित फ्लैट दयनीय हालातों में विकास को तरस रहे हैं, लेकिन ट्रस्ट अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।2006-2007 में ट्रस्ट ने 13.96 एकड़ स्कीम में इंदिरापुरम के 888 फ्लैट बनाए थे, लेकिन ट्रस्ट समय पर सुविधाओं से लैस फ्लैटों की पोजैशन (कब्जा) अलॉटी को नहीं दे पाया। इसके चलते आज भी सैंकड़ों फ्लैट खाली पड़े हैं। हालात ऐसे हैं कि दिन के समय भी इन फ्लैटों में जाने से डर लगता है, क्योंकि हर जगह बूटी उगी है। ट्रस्ट द्वारा फ्लैटों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाई गई हैं, जिसके चलते फ्लैट खरीदने वाले अलॉटी यहां रह भी नहीं सकते। आलम यह है कि वर्षा के मौसम में कई फ्लैटों की छतें टपकती हैं। इन फ्लैटों में दयनीय हालातों के चलते अधिकतर अलॉटी ट्रस्ट की नीतियों को कोस रहे हैं। अलॉटियों का कहना है कि वे अपने फ्लैट बेच भी नहीं पा रहे हैं, क्योंकि कम दाम में भी कोई फ्लैट खरीदने में रुचि नहीं दिखाता। 

फोरम में 2 केस हारा ट्रस्ट, कई लम्बित
मूलभूत सुविधाएं न मिलने के चलते कई अलॉटियों ने उपभोक्ता फोरम में अपना केस लगाया है। इनमें से 2 लोग जिला उपभोक्ता फोरम में केस जीत चुके हैं, जबकि 10 के करीब केस लम्बित चल रहे हैं। वहीं आने वाले कुछ दिनों में आधा दर्जन के करीब उपभोक्ता फोरम की शरण लेने वाले हैं। 

बीबी भानी के 29 केस हारा ट्रस्ट
इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट द्वारा फ्लैट कल्चर को जालंधर में लॉन्च किया गया था, लेकिन ट्रस्ट अधिकारियों की नीतियों के चलते ट्रस्ट के फ्लैट मार्कीट में अच्छा रिस्पांस नहीं दे पाए। जहां एक तरफ इंदिरापुरम के फ्लैटों की हालत दयनीय है, वहीं बीबी भानी फ्लैटों की हालत बेहद बुरी है। यहां के 50 से अधिक केस उपभोक्ता फोरम में चल रहे हैं जिनमें से 29 केस ट्रस्ट हार चुका है। इनमें से 14 केसों में ट्रस्ट को ब्याज सहित राशि अलॉटियों को अदा करनी पड़ी है।

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