36 करोड़ अदा करके 577 करोड़ की प्रापर्टी छुड़वाएगा इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट

punjabkesari.in Saturday, Sep 15, 2018 - 10:58 AM (IST)

जालंधर (पुनीत): 36 करोड़ रुपए अदा करके इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट पी.एन.बी. के पास गिरवी पड़ी 577 करोड़ की सम्पत्ति छुड़वाने का प्रयास कर रहा है, ट्रस्ट का अकाऊंट 31 मार्च को एन.पी.ए. (नॉन परफोर्मिंग एसेट) बन गया जिसके बाद बैंक ने ट्रस्ट की 577 करोड़ की संपत्ति पर कब्जा जमा लिया।

अपनी प्रापर्टी छुड़वाने के लिए ट्रस्ट अब अपना 112 करोड़ का लोन दूसरे बैंक में शिफ्ट करने की तैयारी कर रहा है, इसके लिए बैंक को अपना अकाऊंट एन.पी.ए. से बाहर निकालना पड़ेगा जिसके लिए ट्रस्ट को करीब 36 करोड़ रुपए की जरूरत है। आर.बी.आई. की गाइडलाइन के मुताबिक कोई भी बैंक तभी दूसरे बैंक का लोन टेकओवर कर सकता है जब बैंक का अकाऊंट एन.पी.ए. न हो। बैंक द्वारा ट्रस्ट की 577 करोड़ की जिस प्रापर्टी पर कब्जा किया गया है, में 288 करोड़ की कीमत का गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम शामिल है।

इसके अलावा 170 एकड़ सूर्या एन्क्लेव, गुरु गोबिंद सिंह एवेन्यू, सूर्या एन्क्लेव एक्सटैंशन आदि स्कीमों की 289 करोड़ की प्रापर्टी शामिल है। बैंक द्वारा ट्रस्ट की 289 करोड़ की सम्पत्ति नीलाम करवाने की तैयारी की जा रही है जोकि ट्रस्ट अधिकारियों की परेशानी का सबब बन रहा है। ट्रस्ट ने बैंक को पत्र लिखा है जिसमें कहा गया है कि ट्रस्ट अपनी सम्पत्ति की नीलामी करवाना चाहता है जिसकी इजाजत दी जाए। बैंक अधिकारियों का कहना है कि ट्रस्ट संपत्ति की नीलामी करवाए उन्हें इसमें कोई ऐतराज नहीं है।

अब गिरवी नहीं रखा जाएगा गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम 
पंजाब नैशनल बैंक से 175 करोड़ का लोन लेते वक्त इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट ने गुरु गोङ्क्षबद सिंह स्टेडियम को भी गिरवी रख दिया तथा 7 साल बाद भी ट्रस्ट अपना लोन नहीं चुका पाया। अभी भी 112 करोड़ से अधिक का लोन बकाया है। कई बार नोटिस भेजने के बाद भी जब ट्रस्ट द्वारा राशि अदा नहीं की गई तो बैंक ने गुरु गोङ्क्षबद सिंह स्टेडियम पर सिंबॉलिक कब्जा ले लिया और नोटिस चिपका दिया। इससे ट्रस्ट की खूब किरकिरी हुई। दूसरे बैंक में लोन शिफ्ट करवाने के लिए ट्रस्ट को अपनी संपत्ति को गिरवी रखना होगा लेकिन ट्रस्ट इस बार गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम को गिरवी नहीं रखेगा। ट्रस्ट की ई.ओ. सुरिन्द्र कुमारी का कहना है कि ट्रस्ट गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम को किसी बैंक के साथ प्लज नहीं करेगा, जरूरत पडऩे पर अन्य प्रापर्टी को गिरवी रखा जा सकता है।

नीलामी में प्रापर्टी के दाम कम करने की तैयारी
आर्थिक तंगी से जूझ रहे ट्रस्ट अधिकारियों को पैसों का प्रबंध करने के लिए कई पापड़ बेलने पड़ रहे हैं, इसका मुख्य कारण यह है कि 4 हफ्तों में ट्रस्ट को 5 करोड़ रुपए की हर हालत में आवश्यकता है। उक्त राशि इन्हांसमैंट के रूप में अदा की जानी है, यदि उक्त राशि अदा न की गई तो सुप्रीम कोर्ट में अधिकारियों के खिलाफ फैसला आ सकता है इसलिए ट्रस्ट अधिकारी सहमे हुए हैं। फंड के लिए ट्रस्ट नीलामी करवाने जा रहा है, इस बार होने वाली नीलामी में कई प्रापर्टी के दाम कम किए जाएंगे। ट्रस्ट को इस बार प्रापर्टी के अच्छे दाम मिलने की उम्मीद हैं क्योंकि इस बार होने वाली नीलामी में रेलवे स्टेशन के साथ लगती पौने 3 एकड़ जमीन भी नीलाम की जा रही है। इस जमीन से ट्रस्ट को 300 करोड़ से अधिक की आमदन होने की उम्मीद है, यदि उक्त जमीन की बोली लग जाती है तो ट्रस्ट के सभी कर्ज उतर जाएंगे और ट्रस्ट दिवालिया होने से बच जाएगा।


 

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