इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट ने शुरू की काजी मंडी के कब्जे हटाने की कार्रवाई

punjabkesari.in Wednesday, Dec 19, 2018 - 10:23 AM (IST)

जालंधर(पुनीत): इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट ने 94.97 एकड़ गुरु गोबिंद सिंह एवेन्यू स्कीम में बाधा बने काजी मंडी के कब्जे हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी है, इस क्रम में लैंड एक्वाजिशन कलैक्टर को लिखा जाएगा ताकि पुलिस व प्रशासन से हर संभव मदद मिल सके। प्लाट धारकों द्वारा पोजैशन हेतु बार-बार ट्रस्ट अधिकारियों से संपर्क किया जा रहा था, जिसके चलते आज ट्रस्ट की ई.ओ. लेडी सिंघम सुरिन्द्र कुमारी ने खुद मौके पर जाकर मुआयना करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

2011 में लांच की गई 94.97 एकड़ स्कीम के प्लाट धारकों को अभी तक पोजैशन नहीं मिल पाया है जिसके चलते लोगों का ट्रस्ट के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है। उक्त स्कीम से एक सड़क दोमोरिया पुल फ्लाईओवर तक जानी है लेकिन कब्जों के कारण उक्त सड़क बन नहीं पा रही है।कब्जे न हटने के कारण ट्रस्ट की उक्त स्कीम फ्लॉप शो साबित हुई है, इस स्कीम के लिए ट्रस्ट ने 2011 में 175 करोड़ का लोन लिया था, जिसमें 125 करोड़ से अधिक का लोन अभी भी बकाया है जिसकी अदायगी न होने के चलते पंजाब नैशनल बैंक ने गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम सहित ट्रस्ट की 577 करोड़ की संपत्ति को कब्जे में ले रखा है। आर्थिक तंगी से गुजर रहे ट्रस्ट की इस स्कीम के बाद कोई भी स्कीम नहीं आ पाई है। ट्रस्ट की लेडी सिंघम मानी जाती सुरिन्द्र कुमारी ने कहा कि जो लोग कब्जा करके बैठे हैं उन्हें ट्रस्ट द्वारा बनती राशि अदा की जा चुकी है लेकिन इसके बावजूद लोग कब्जा हटाने को तैयार नहीं हैं, इसलिए ट्रस्ट अब कब्जे हटवाएगा।

स्कीम को लेकर हुई घपलेबाजी की खुलने लगी परतें
इस स्कीम में राशि की अदायगी के लिए फर्जी लोग खड़े करके 4.32 करोड़ रुपए का घपला किया गया था, जिसमें ट्रस्ट का एक कर्मचारी भी शामिल था। इसे लेकर बारादारी थाने में पर्चा दर्ज किया गया, कई लोग नामजद हुए व कइयों को गिरफ्तार भी किया गया। बताया जा रहा है कि इस स्कीम में हुई घपलेबाजी की और परतें खुलने लगी हैं। यदि निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू विजीलैंस से इस मामले की पूरी जांच करवाएं तो कई ट्रस्ट अधिकारियों के नाम उजागर हो सकते हैं। जानकार कहते हैं कि इस स्कीम को लांच करना ही सबसे बड़ी गलती थी क्योंकि सब जानते हैं कि कब्जे हटाने आसान नहीं हैं।  कई तत्कालीन अधिकारियों ने कथित तौर पर अपनी जेबें गर्म करने के लिए इस स्कीम को हरी झंडी दिलवाई और ट्रस्ट बड़े घाटे में पड़ गया।

इन्हांसमैंट के खिलाफ एकजुट हुए उपभोक्ता
ट्रस्ट द्वारा सूर्या एन्क्लेव व गुरु गोबिंद सिंह एवेन्यू के प्लाट होल्डरों से 100 करोड़ से अधिक की राशि वसूल की जानी है जिसके खिलाफ लोगों ने मोर्चा खोल दिया है। इस संबंध में सूर्या एन्क्लेव वैल्फेयर सोसाइटी की एक बैठक हुई, जिसमें सोसाइटी के उपाध्यक्ष सतीश सोनी, सिपाही लाल कश्यप, अजीत साहनी, धमेन्द्र कुमार, ओमदत्त शर्मा, प्रवीण सभ्रवाल, रजत महेन्द्रू, विकास अग्रवाल, राजीव धमीजा सहित कार्यकारिणी के सदस्य शामिल हुए। सभी ने दो टूक कहा कि सुविधाएं देने के प्रति ट्रस्ट का कोई ध्यान नहीं है और अब इन्हांसमैंट वसूलने के नोटिस भेजे जा रहे हैं। वे किसी भी सूरत में इन्हांसमैंट की राशि अदा नहीं करेंगे और जरूरत पडऩे पर अदालत की शरण ली जाएगी।

ट्रस्ट ने लौटाई 82.33 लाख की राशि
170 एकड़ सूर्या एन्क्लेव स्कीम में फ्लैट बनाने के लिए ट्रस्ट ने लोगों से आवेदन मांगे थे, इस क्रम में 19 लोगों द्वारा अप्लाई किया गया था। ट्रस्ट ने ड्रा निकाल कर इन लोगों से प्रति व्यक्ति 6 लाख के करीब राशि एडवांस में ली। सबसे अहम बात यह थी कि फ्लैट बनाने के लिए सही ढंग से प्लाङ्क्षनग भी नहीं की गई। 8 लोगों ने इस क्रम में उपभोक्ता फोरम में केस करके राशि वापस मांगी। 18.04.18 को फोरम द्वारा उपभोक्ता के हक में फैसला करते हुए बनती राशि 12 प्रतिशत ब्याज के साथ व 50 हजार रुपए हर्जाना, 10 हजार रुपए कानूनी खर्च के रूप में देने आदेश दिए गए। ट्रस्ट ने आज उक्त राशि उपभोक्ता फोरम में जमा करवाई है। जिन 8 लोगों को राशि अदा की गई है उसमें प्रति व्यक्ति 10,29,141 रुपए बनते हैं। कुल राशि 82,33,828 रुपए के जो चैक जमा करवाए गए हैं, वे एच.डी.एफ.सी. बैंक के हैं। इस बैंक में ट्रस्ट का 1 करोड़ रुपया जमा है। 

Vatika