पैसे लेकर विदेश में बैठे व्यक्ति का जारी कर दिया इंकम सर्टीफिकेट

punjabkesari.in Wednesday, Oct 17, 2018 - 09:48 AM (IST)

जालंधर(अमित): जिले के सेवा केन्द्र चलाने वाली निजी कंपनी बी.एल.एस. सॉल्यूशन्स के कर्मचारियों द्वारा बिना किसी भय के भोली-भाली जनता को लूटने का काम बदस्तूर जारी है। अब निजी कंपनी के कर्मचारियों का एक ऐसा कारनामा सामने आया, जिसमें उन्होंने विदेश में बैठे एक व्यक्ति को पैसे लेकर इंकम सर्टीफिकेट जारी कर दिया। इतना ही नहीं बड़ी गिनती में बिना आवेदकों के सेवा केन्द्र में आए उनकी फोटो स्कैन करके ही इंकम सर्टीफिकेट आवेदन स्वीकार कर लिए गए। 

मामला कैसे आया सामने
कुछ दिन पहले डी.सी. वरिंद्र कुमार शर्मा द्वारा सेवा केन्द्रों का सारा कार्यभार एस.डी.एम.-2 परमवीर सिंह को सौंपे जाने के बाद उनकी हिदायतों पर नायब तहसीलदार-2 मनोहर लाल ने सेवा केन्द्र से आने वाली सारी डाक की जांच करनी आरंभ कर दी। मंगलवार को उस समय उनके पैरों तले से जमीन ही खिसक गई, जब उन्होंने देखा कि एक सर्टीफिकेट के ऊपर जो फोटो पिं्रट की गई थी, वह उक्त आवेदन के साथ लगी पासपोर्ट साइज फोटो से हू-ब-हू मेल खाती थी। गहन जांच में पाया गया कि आवेदक की जो फोटो आवेदन के ऊपर लगी थी, उसे ही स्कैन करके सर्टीफिकेट के ऊपर पिं्रट किया गया है। उन्होंने मामले की जानकारी एस.डी.एम.-2 को दी और अपने स्टाफ को हिदायत जारी करते हुए कहा कि सारी डाक की अच्छी तरह से पड़ताल करने के उपरांत ही सर्टीफिकेट साइन करवाए जाएं। इसी तरह से तहसीलदार-1 करनदीप सिंह भुल्लर ने भी डाक की गहन जांच करने का आदेश जारी किया, जिसके उपरांत 20 से अधिक सर्टीफिकेट ऐसे सामने आए जिनमें फोटो स्कैन करके सर्टीफिकेट जारी किए गए थे। नायब तहसीलदार-2 द्वारा लगभग 40 इंकम सर्टीफिकेट ऐसे पकड़े गए जो बिना आवेदक के ही उनकी फोटो से फोटो खींचकर कोट सद्दीक सेवा केन्द्र, सामने गवर्नमैंट हाई स्कूल, काला संघिया से जारी किए गए थे। 
 

पटवारी की रिपोर्ट में आवेदक के विदेश में होने की बात आई सामने
जगराज कुमार पुत्र प्रेम कुमार निवासी गांव हीरापुर तहसील जालंधर-2 के बारे में हल्का पटवारी मक्खन सिंह से रिपोर्ट मांगी गई जिसमें नंबरदार सुरेंद्र पाल और पटवारी ने लिखित रूप से बताया कि उक्त व्यक्ति विदेश गया हुआ है। 

एक महिला ने 300 रुपए देकर आवेदन जमा करवाने संबंधी दिया बयान
बलविंद्र कौर पत्नी गुरदीप सिंह निवासी सोफी पिंड, तहसील-2, जालंधर जिसकी फोटो से फोटो खींचकर सर्टीफिकेट जारी किया गया था, ने तहसीलदार के पास लिखित रूप से अपने बयान दर्ज करवाते हुए कहा है कि वह खुद सेवा केन्द्र गई ही नहीं। उसका बेटा कोट सदीक स्थित सेवा केन्द्र गया था जहां बाहर बैठे हुए लड़कों ने 300 रुपए लेकर फोटो से फोटो खींचकर उसका सर्टीफिकेट आवेदन जमा करवा दिया था। 
 

दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई : डी.एम.
निजी कंपनी के डी.एम. बलविंद्र सिंह का कहना है कि बिना आवेदक के कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं हो सकता। इस मामले की जांच कम्पनी की विजीलैंस टीम करेगी। दोषी पाए जाने पर कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

किसी स्टाफ ने पैसे नहीं लिए, आवेदकों की मदद के लिए करते हैं फोटो स्कैन: सीनियर कम्प्यूटर आप्रेटर
जब कोट सद्दीक सेवा केन्द्र की सीनियर कम्प्यूटर आप्रेटर राजविंद्र कौर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनके पास काम करने वाले किसी भी स्टाफ ने कोई पैसा नहीं लिया है। कई बार आवेदक कहते हैं कि वे मजदूरी करते हैं और उनके परिजन आ नहीं सकते, इसलिए उनकी मदद करते हुए फोटो स्कैन कर दी जाती है।

क्या कहते हैं अधिकारी
एन.टी.-2 मनोहर लाल ने कहा कि सारा मामला एस.डी.एम.-2 के ध्यान में लाया गया है। इसकी गहन पड़ताल की जाएगी। इसके साथ ही कोई भी सर्टीफिकेट बिना जांच के जारी नहीं किया जाएगा। तहसीलदार-1 करनदीप सिंह भुल्लर ने कहा कि निजी कंपनी को इस संबंधी लिखित रूप में एक पत्र भी जारी किया गया है ताकि वह दोषी कर्मचारियों के खिलाफ बनती कार्रवाई कर सके। एस.डी.एम.-2 परमवीर सिंह ने कहा कि मामला सामने आया है। इसकी जांच की जाएगी व जांच में जो बात सामने आएगी उसकी रिपोर्ट डी.सी. को अगली कारवाई के लिए सौंप दी जाएगी।  

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