एक-दूसरे के साथ 1 फीसदी कारोबार भी नहीं करते भारत-पाकिस्तान

punjabkesari.in Thursday, Nov 29, 2018 - 11:20 AM (IST)

जालंधर(नरेश कुमार): श्री करतारपुर साहिब कॉरीडोर के शिलान्यास समारोह के दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने दोनों देशों के मध्य व्यापार बढ़ाने की अपनी इच्छा जाहिर की है लेकिन तथ्य यह है कि पाकिस्तान भारत के साथ व्यापार बढ़ाने के सबसे बड़े माध्यम को पिछले 24 साल से लटकाता रहा है। भारत ने 1994 में पाकिस्तान को मोस्ट फेवरेट नेशन का दर्जा दिया था जबकि पाकिस्तान ने अभी तक भारत को यह दर्जा नहीं दिया है। 

यदि पाकिस्तान भारत को यह दर्जा दे दे तो दोनों देशों के मध्य होने वाले व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिल सकती है। मोस्ट फेवरेट नेशन का दर्जा मिलने पर पाकिस्तान अपनी जरूरत का सामान आयात करने में भारत को प्राथमिकता देगा, ऐसे में भारत से पाकिस्तान को आयात होने वाली वस्तुओं की संख्या भी बढ़ेगी। पाकिस्तान को भारत के साथ व्यापार बढ़ाने के लिए दिल खोलना होगा और बड़े कदम उठाने पड़ेंगे। फिलहाल भारत पाकिस्तान को 6,809 वस्तुओं का निर्यात ही कर सकता है।

पिछले वित्त वर्ष में भारत का कुल निर्यात 3,03,526.16 मिलियन डॉलर रहा। इसमें से पाकिस्तान को महज 1,821.87 मिलियन डॉलर का निर्यात ही किया गया। यह भारत द्वारा किए गए कुल आयात का 0.6340 फीसदी बनता है जबकि इस दौरान भारत ने पाकिस्तान से 488.56 मिलियन डॉलर का  आयात किया जो भारत के पिछले वित्त वर्ष में किए गए कुल आयात 4,65,580.99 मिलियन डॉलर का 0.1049 फीसदी बनता है। इन कदमों से बढ़ेगा निर्यात पाकिस्तान ने वाघा के रास्ते आयात के लिए महज 137 वस्तुओं के निर्यात की इजाजत दी है, यह संख्या बढ़ानी होगी। 

*पाकिस्तान को भारत को मोस्ट फेवरेट नेशन का दर्जा देना होगा।
* पाकिस्तान के साथ सटे पंजाब के हुसैनीवाला बार्डर को खोलना पड़ेगा।
*ट्रेड आर्गेनाइजेशन को खुले दिल से वीजा जारी करना होगा, आदान-प्रदान बढ़ाना होगा।
*पाकिस्तान ने भारत के 1,209 उत्पादों को नैगेटिव लिस्ट में डाला है, इसकी समीक्षा करनी पड़ेगी।

भारत का शीर्ष आयात  (2017-18)
 

चीन   16 फीसदी 
अमरीका 5.71 फीसदी 
संयुक्त अरब अमीरात 4.66 फीसदी 
सऊदी अरब    4.73 फीसदी 
पाकिस्तान  0.10  फीसदी 

भारत का शीर्ष निर्यात (2017-18)
 

अमरीका  15.77
दुबई    9.27
सिंगापुर  3.36
हांगकांग    4.83
पाकिस्तान    0.63

   

Naresh Kumar