अगर सिस्टम ही नहीं बदलना तो सरकार बदलने का क्या फायदा हुआ?

punjabkesari.in Sunday, Jun 16, 2019 - 01:06 PM (IST)

जालंधर(खुराना): प्रोफैशनल टैक्स तथा अन्य समस्याओं को लेकर कारोबारी व औद्योगिक वर्ग द्वारा कांग्रेस सरकार का किया जा रहा विरोध  उस समय चरम सीमा पर पहुंच गया, जब करीब 100 एसोसिएशनों का प्रतिनिधित्व करने वाली ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने भी मोर्चा खोलते हुए घोषणा कर दी कि व्यापारी वर्ग किसी भी सूरत में प्रोफैशनल टैक्स अदा नहीं करेगा, चाहे सरकार जो मर्जी कर ले। यह फैसला ज्वाइंट एक्शन कमेटी के कन्वीनर गुरशरण सिंह की अध्यक्षता में स्थानीय सॢकट हाऊस में आयोजित एक बैठक दौरान किया गया, जिसमें 2 दर्जन से ज्यादा व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक में पंजाब सरकार की ओर से सांसद चौ. संतोख सिंह, विधायक परगट सिंह तथा विधायक राजिन्द्र बेरी आदि उपस्थित थे। विधायक सुशील रिंकू ने फोन कर व्यापारी नेताओं से बैठक में न आने हेतु माफी मांग ली, क्योंकि वह कबीर जयंती संबंधी आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे थे। 

विधायक बावा हैनरी बैठक में आने का वायदा करके भी नहीं आए, जिसके कारण व्यापारी नेताओं में उनके प्रति खासा रोष देखा गया। एक व्यापारी नेता ने जब विधायक बावा हैनरी को फोन लगाया तो उनका फोन स्विच ऑफ था, जिसके कारण व्यापारियों में उनके व्यवहार को लेकर काफी चर्चा हुई।  बैठक दौरान सरकार के प्रतिनिधियों से मांग की गई कि वे चुनावी वायदे के अनुरूप प्रोफैशनल टैक्स को माफ करें और 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली वाला वायदा पूरा करें। डीम्ड असैसमैंट स्कीम न लाए जाने के कारण सरकारी खजाने खाली पड़े हैं, जबकि विभाग में भ्रष्टाचार जोरों पर है।व्यापारी नेता गुरशरण सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार का कोई भी विभाग इस समय सही ढंग से काम नहीं कर रहा है, अगर सिस्टम ही नहीं बदलना था तो फिर सरकार बदलने का फायदा क्या हुआ? व्यापारी पहले भी 10 साल अकाली-भाजपा सरकार से लड़ाई लड़ते रहे और अब कांग्रेस का भी वही हश्र होगा। अगर सरकार ने जल्द मांगें पूरी न कीं तो व्यापारी सड़कों पर आ जाएंगे।

सीलिंग को लेकर भी कांग्रेस को घेरा
व्यापारी नेता तथा पंजपीर बाजार एसोसिएशन के प्रधान निर्मल सिंह बेदी ने जहां जी.एस.टी. रिटर्न को लेकर पेश आ रही समस्याओं का मुद्दा उठाया, वहीं उन्होंने जालंधर निगम द्वारा दुकानों को लगाई जा रही सीलों का विरोध करते हुए कहा कि एक ओर तो सरकार रोजगार देने के वायदे करती है, परंतु जब लोग अपना रोजगार शुरू करने का प्रयास करते हैं तो उनकी दुकानों को सील कर दिया जाता है। निगम में भ्रष्टाचार हावी है, इसके लिए कांग्रेसियों को बिल्डिंग संबंधी नियमों में परिवर्तन करवाना चाहिए।

कांग्रेस की ङ्क्षचता बढ़ी, बाकी संगठन भी जता चुके हैं विरोध
प्रोफैशनल टैक्स को लेकर एक ओर जहां कांग्रेसियों की चिंता लगातार बढ़ रही है, वहीं कारोबार जगत के इस रोष से मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह को अवगत करवा दिया गया है और वह किसी भी समय प्रोफैशनल टैक्स खत्म करने संबंधी घोषणा कर सकते हैं।गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ट्रेडर फोरम तथा इलैक्ट्रिकल ट्रेडर वैल्फेयर एसोसिएशन द्वारा फगवाड़ा गेट में एक बैठक आयोजित कर प्रोफैशनल टैक्स प्रति विरोध जताया जा चुका है।  

swetha