अदालत परिसर में हथियार, सुरक्षा घेरे पर उठे कई सवाल

punjabkesari.in Saturday, May 12, 2018 - 09:36 AM (IST)

जालन्धर (रविंदर): 30 के करीब अदालतें, हजारों की तदाद में रोजाना आने वाली जनता और कड़ा सुरक्षा घेरा। मगर ड्यूटी के प्रति लापरवाही इस कदर कि इंस्पैक्टर परमिंदर सिंह बाजवा कड़ा सुरक्षा घेरा तोड़कर बड़े आराम से जिला सैशन जज एस.के. गर्ग की अदालत में हथियारों के साथ पहुंच गए। सवाल यह उठता है कि अगर बाजवा हथियार लेकर अदालत परिसर में पहुंच सकता है तो फिर कोई भी हथियार लेकर अंदर जा सकता है। 

इंस्पैक्टर बाजवा ने हथियार अंदर ले जाकर पूरी तरह से जिला पुलिस के सुरक्षा प्रबंधों की पोल खोल कर रख दी है। सबसे पहले अदालत परिसर के मुख्य द्वार पर ही मैटल डिटैक्टर के साथ भारी मात्रा में पुुलिस मुलाजिमों की तैनाती होती है। मगर  मुख्य द्वार पर तैनात पुलिस मुलाजिमों ने अपनी ड्यूटी ठीक तरह से नहीं निभाई। इसके बाद जिला सैशन जज की अदालत के बाहर माननीय न्यायाधीश के सुरक्षा कर्मी भी होते हैं और बिना नायब कोर्ट के कोई भी जिला सैशन जज की अदालत में पेश नहीं हो सकता। न तो माननीय न्यायाधीश के सुरक्षा कर्मियों ने ही बाजवा का हथियार चैक किया और न ही नायब कोर्ट ने। 

गौर हो कि रोजाना संगीन अपराध के मामलों में अदालतों की ओर से हार्ड कोर क्रिमिनल को सजा सुनाई जाती है। ऐसे में जजों का सुरक्षा घेरे हमेशा कड़ा रखा जाता है, ताकि कोई अनहोनी न हो सके। इसके अलावा कई हार्ड कोर क्रिमिनल के खिलाफ गवाही देने के लिए आम जनता भी इसी कोर्ट परिसर में आती है और उनकी जान को भी हमेशा खतरा बना रहता है। मगर जिस तरह से बाजवा ने पुलिस के सुरक्षा प्रबंधों की पोल खोली है, से पुलिस के कामकाज पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। आने वाले दिनों में कोर्ट परिसर में तैनात पुलिस मुलाजिमों पर भी इसकी गाज गिरना तय है। 

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