इंटरनैशनल ड्रग्स रैकेट:जेल में हुई मुलाकात के बाद देव और जीत ने बनाया था प्लान

punjabkesari.in Wednesday, Jun 20, 2018 - 08:51 AM (IST)

जालंधर(वरुण): कड़ाहियों में अफीम व कैटामाइन छिपाकर विदेश भेजने वाले गिरोह के किंगपिग जीत व देव निकले हैं। हैरोइन तस्करी के केस में जेल गए जीत की मुलाकात देव के साथ हुई थी। जेल में ही प्लान तैयार कर जीत व देव ने किसी बेगाने को गिरोह में शामिल न करते हुए अपने सगे भाई त्रिलोचन व मामा के बेटे गुरबक्श सिंह को ही चुना। 
 

दविंदर निरवाल उर्फ देव खुद भी कनाडियन सिटीजन है, जिसकी कनाडा में टोरंटो निवासी कमलजीत सिंह के साथ जान-पहचान थी। जेल में देव व जीत की मुलाकात हुई तो पहले उन्होंने हैरोइन बेचने का काम करने की सोची लेकिन हैरोइन का काम करने से जीत ने इसलिए मना कर दिया क्योंकि उसके खिलाफ पहले से ही 3 केस दर्ज थे, जबकि उसे हैरोइन बेचने वाले तस्कर भी जेल में ही थे। इन्हीं कारणों के चलते जीत ने अफीम व कैटामाइन सप्लाई करने की सोची।

 

जीत ही सबसे पहले यू.पी. के रामपुर इलाके में रहते कैटामाइन तस्कर से मिला, जिसके साथ सारी डील तय कर दी गई, जबकि उसके बाद अफीम का इंतजाम करने के लिए वह गुजरात बार्डर पर गया। दूसरी ओर देव टोरंटो में रहते कमलजीत के साथ सारी डील कर चुका था लेकिन कोरियर करने से पहले ही वे पुलिस के हत्थे चढ़ गए। आरोपियों की मानें तो उन्होंने अभी एक बार ही अफीम की सप्लाई कनाडा भेजी थी। बता दें कि काऊंटर इंटैलीजैंस व जालंधर रूरल पुलिस ने दविंद्र उर्फ देव, अजीत सिंह उर्फ जीत निवासी जैतेवाली, अजीत के भाई त्रिलोचन व गुरबक्श सिंह निवासी काठे होशियारपुर को जंडूसिंघा के पास से लग्जरी कारों में जाते हुए काबू किया था। कारों की तलाशी ली गई तो कारों में पड़ी कड़ाहियों में छिपाई हुई 4.75 कैटामाइन व 6 किलो अफीम बरामद हुई थी।  

देव व जीत की प्रॉपर्टी खंगाल रही पुलिस 
जीत काफी समय से हैरोइन की तस्करी कर रहा था, जबकि देव का रिकार्ड भी आपराधिक होने के कारण पुलिस इन दोनों आरोपियों पर शिकंजा कसती जा रही है। इसके चलते पुलिस दोनों आरोपियों की प्रापर्टी ,बैंक खाते, एफ.डी., लॉकर खंगाल रही है।

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