इंडस्ट्री की मांग : उपभोक्ता के सामने हो चैकिंग के लिए उतारे जाने वाले बिजली मीटरों की जांच

punjabkesari.in Saturday, Mar 14, 2020 - 09:12 AM (IST)

जालंधर(पुनीत): पावर निगम अधिकारियों के साथ हुई इंडस्ट्री की मीटिंग में कई तरह की मांगें उठाई गईं, जिसमें चैकिंग हेतु उतारे जाने वाले मीटरों की जांच के घटनाक्रम में पारदॢशता लाने की बात रखी गई। उद्योगपतियों ने कहा कि जो मीटर उतारे जाते हैं, उनकी चैकिंग उपभोक्ता के सामने न होने के चलते संदेह रहता है, इसलिए आवश्यकता है कि जो भी मीटर उतारा जाए उसे संबंधित उपभोक्ता के सामने जांचा जाए ताकि किसी तरह की भ्रम की स्थिति न रहे। पावर निगम नार्थ जोन के हैड आफिस शक्ति सदन में सुपरिंटैंडैंट इंजीनियर हरजिन्द्र सिंह बांसल ने मीटिंग की अध्यक्षता की जिसमें बिजली मामलों को लेकर जालंधर सॢकल के पावर निगम अधिकारियों ने उद्योगपतियों की राय जानी। 

इंडस्ट्री की ओर से स्पोर्ट्स एंड सर्जीकल काम्प्लैक्स के चेयरमैन आर.के. गांधी, नैशनल इलैक्ट्रीसिटी कंज्यूमर एसोसिएशन के महासचिव विजय तलवाड़, फैडरेशन ऑफ जालंधर, मैन्युफैक्चर्ज एंड ट्रेडर्ज एसोसिएशन के चेयरमैन गुरशरण सिंह, पंजाब वाल्व एंड कॉक्स मैन्युफैक्चर्ज एसोसिएशन के प्रैजीडैंट विजय के. कुमार, फैडरेशन ऑफ जालंधर इंजी. एसोसिएशन के प्रैसीडैंट प्रमोद चोपड़ा, पंजाब चैंबर ऑफ एक्सपोर्ट के प्रैजीडैंट आर.एल. कोहली, कुलदीप सरदाना, पावर निगम से एक्सीयन सुवर्षा, देवेन्द्र पाल सिंह, चेतन भगत, मोहन कुमार सहित कई उद्योगपति व अधिकारी शामिल हुए। इंडस्ट्री ने कहा कि पंजाब बिजली सरपल्स राज्य बन चुका है लेकिन इसके बावजूद इंडस्ट्री को बिजली मामलों को लेकर कई तरह की परेशानियां उठानी पड़ती हैं, जिसके प्रति उचित कदम उठाए जाएं।

रिटायर्ड कर्मचारियों को ठेके पर रखे विभाग
उद्योगपति विजय के. कुमार ने कहा कि पावर निगम के पास स्टाफ की बेहद शार्टेज है जिसके चलते बिजली के फाल्ट ठीक होने में समय लगता है। इसके हल के लिए पावर निगम को अपने रिटायर्ड कर्मचारियों को ठेके पर रखना चाहिए ताकि मसला हल हो सके। 

 उद्योगपति आर.के. गांधी ने कहा कि पिछले समय के दौरान विभाग द्वारा बकाया बिल वालों पर सख्ती की गई है, मौजूदा समय में इंडस्ट्री के आॢथक हालात बेहद खराब हैं इसलिए आवश्यकता है कि विभाग इंडस्ट्री से बिलों की राशि किस्तों में ले। उन्होंने कहा कि कनैक्शन काटना समाधान नहीं है, किस्तें करने से विभाग को राजस्व प्राप्त होगा और लोगों का बकाया खत्म होगा।

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