भगत सिंह चौक में लगी शहीद-ए-आजम की प्रतिमा की जांच शुरू

punjabkesari.in Friday, Apr 16, 2021 - 01:54 PM (IST)

जालंधर (खुराना): पूर्व लोकल बॉडीज मंत्री तथा भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के हस्तक्षेप के बाद जालंधर के शहीद भगत सिंह चौक में हाल ही में लगाए गए शहीद-ए-आज़म के प्रतिमा की जांच का काम शुरू कर दिया गया है। इस संबंध में पंजाब के मुख्यमंत्री के कार्यालय ने एक पत्र लोकल बॉडीज विभाग के प्रिंसिपल सैक्रेटरी को निकाला है जिसमें इस मामले में 15 दिन में रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है। गौरतलब है कि पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया ने 24 मार्च को मुख्यमंत्री तथा अन्यों को लिखे पत्र में आरोप लगाया था कि भगत सिंह चौक में शहीद-ए-आजम की जो प्रतिमा लगाई गई है, वह साइज में न केवल छोटी बल्कि उसकी शक्ल भी शहीद-ए-आजम से मेल नहीं खाती।

कई अन्य लोगों तथा संस्थाओं के भी ऐसे आरोप थे कि हाल ही में लगाया गया प्रतिमा किसी जोशीले युवक की बजाय एक संत की प्रतीत हो रही है। इस मामले में मनोरंजन कालिया ने यह भी मांग की थी कि बुत निर्माण में लापरवाही बरतने वाले निगम अधिकारियों की जिम्मेदारी फिक्स की जाए और इस को बदल कर वहां शहीद-ए-आजम का कांस्य की प्रतिमा लगाई जाए जो किसी प्रसिद्ध शिल्पकार से बनवाया जाए और इसका सारा खर्च संबंधित निगम अधिकारियों से वसूला जाए।

संगमरमर की बजाय कहीं पॉलिस्टोन का तो नहीं बनी प्रतिमा
नगर निगम ने शहीद भगत सिंह चौक के सौंदर्यीकरण का काम टैंडर के माध्यम से हरि कंस्ट्रक्शन कंपनी से करवाया जिस पर करीब 10 लाख का खर्च बताया जा रहा है। कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि यह प्रतिमा संगमरमर की है परंतु इस मामले में विशेषज्ञ आरोप लगा रहे हैं कि यह प्रतिमा संगमरमर पत्थर का नहीं बल्कि पॉलिस्टोन का है (जिस मैटीरियल की बनी मूर्तियां आम बाजारों में बिक रही हैं )। इन विशेषज्ञों का कहना है कि प्रतिमा के ऊपर जिस तरह प्लास्टिक पेंट किया गया है, उससे साफ है कि यह प्रतिमा संगमरमर का नहीं है। अब जांच में इस बात को भी शामिल किया जा सकता है कि वास्तव में बुत्त कहीं सस्ते पॉलिस्टोन से तो नहीं बना हुआ।

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Tania pathak