525 करोड़ की जायदादों की नीलामी करवाएगा ‘कंगाल’ इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट

punjabkesari.in Thursday, Oct 11, 2018 - 01:48 PM (IST)

जालंधर(पुनीत): आर्थिक रूप से कंगाली का सामना कर रहा इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट 525 करोड़ की जायदादों को नीलाम करवाने की योजना तैयार कर रहा है जिसके लिए सेल ब्रांच द्वारा रेट निर्धारित करने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। इसमें 289 करोड़ की वह प्रापर्टी शामिल है जोकि पी.एन.बी. के पास गिरवी पड़ी है। 

पी.एन.बी. द्वारा ट्रस्ट को नीलामी करवाने की इजाजत पहले ही दी जा चुकी है। 225 करोड़ के करीब की देनदारी इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के लिए सिरदर्द बनी हुई है जिसके चलते पिछले दिनों ट्रस्ट द्वारा नीलामी करवाने की तैयार शुरू की गई जिसे अमलीजामा पहनाया ही जा रहा था कि नीलामी करवाने पर रोक लग गई। अब चूंकि नीलामी करवाने की इजाजत मिल चुकी है इसलिए ट्रस्ट इसमें बिल्कुल देरी न करते हुए जल्द से जल्द नीलामी करवाएगा ताकि खजाने में पैसे आ सके और ट्रस्ट के रुके काम शुरू हो सकें। 

ट्रस्ट अधिकारियों का कहना है कि प्रपोजल बनाकर जल्द ही सरकार तक पहुंचाई जा रही है। यह बात भी सामने आ रही है कि ट्रस्ट द्वारा अपनी प्रापर्टी के दामों में बदलाव किया जा सकता है ताकि मार्कीट में अ‘छा रिस्पांस मिल सके। बताया जा रहा है कि ट्रस्ट द्वारा इस बार जो नीलामी करवाई जानी है, उसका प्रचार कई इलाकों में लाऊडस्पीकर के माध्यम से भी करवाया जा सकता है। ट्रस्ट के लिए नीलामी का सफल होना आवश्यक है क्योंकि ट्रस्ट ने किसानों को 101.82 करोड़ के करीब की इन्हांसमैंट देनी है जिसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में केस भी चल रहे हैं। वहीं एक अन्य केस में इसी सप्ताह की एक तारीख है जिसमें ट्रस्ट ने 5 करोड़ रुपए की इन्हांसमैंट देनी है।

नीलामी प्रक्रिया पर होगी सिद्धू के ऑफिस की नजर
सिद्धू द्वारा नीलामी करवाने पर लगाई गई रोक भले ही हटा दी गई लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि ट्रस्ट में कार्य पहले की तरह मनमर्जी के साथ किए जाए। ट्रस्ट द्वारा जो नीलामी प्रक्रिया अपनाई जाएगी उस पर सिद्धू के ऑफिस की पूरी नजर रहेगी। सिद्धू द्वारा ट्रस्ट ऑफिस में फैले भ्रष्टाचार का खुलासा करने के बाद ट्रस्ट की कार्यप्रणाली में पहले से सुधार आया है, कर्मचारी अब प्रत्येक काम को जांच-पड़ताल के उपरांत कर रहे हैं जबकि पहले सैटिंग के साथ कामकाज आंखेें मूंदकर कर दिया जाता था। वहीं ई.ओ. सुरिन्द्र कुमारी द्वारा अपने दफ्तर के अन्दर व बाहर कैमरे लगवा देने के कारण भी कर्मचारियों को कार्रवाई का डर सता रहा है इसलिए कामकाज बेहतर होता जा रहा है।

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