हथियार तो दूर, डंडा तक नहीं है निगम पुलिस के पास

punjabkesari.in Wednesday, Jun 19, 2019 - 08:41 AM (IST)

जालंधर(खुराना): पिछले करीब 2 सालों से आर्थिक संकट से जूझ रहे जालंधर नगर निगम को इस बार भी अपने कर्मचारियों को वेतन देने में मुश्किलें पेश आ रही हैं और 18 तारीख हो जाने के बावजूद निगम के ज्यादातर स्टाफ को अभी तक वेतन नहीं मिला है।

एक ओर जहां निगम की कमाई को बढ़ाने के प्रयास नहीं किए जा रहे हैं, वहीं निगम के खर्चों में भी कटौती नहीं हो रही है। निगम के पास इस समय 39 पुलिस कर्मचारी हैं, जिनको निगम प्रतिमाह लाखों रुपए वेतन अदा करता है। हैरानी की बात यह है कि निगम के पुलिस कर्मचारियों के पास हथियार तो दूर, डंडा तक नहीं है।निगम पुलिस के खाली हाथ होने बाबत जब निगम के ज्वाइंट कमिश्रर हरचरण सिंह को पता चला तो कुछ दिन पहले उन्होंने इस संबंधी पुलिस कमिश्रर गुरप्रीत सिंह भुल्लर से बात की। उनका जवाब आया कि निगम को पुलिस कर्मचारी बटालियन द्वारा भेजे जाते हैं, इसलिए उनसे सम्पर्क किया जाए। 

जब ज्वाइंट कमिश्रर ने संबंधित बटालियन के प्रमुख से सम्पर्क किया तो उनका कहना था कि ये कर्मचारी डायरैक्टोरेट से अलॉट होते हैं। बटालियन के पास अपने स्टाफ हेतु ही हथियार हैं, इसलिए इनके हथियारों हेतु डायरैक्टोरेट से सम्पर्क किया जाए। अब निगमाधिकारी पुलिस डायरैक्टोरेट से सम्पर्क साधने में लगे हुए हैं।पुलिस कर्मचारियों की इतनी संख्या होने के बावजूद निगम को छोटी से छोटी कार्रवाई के लिए संबंधित थानों या पुलिस कमिश्ररेट से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाना पड़ता है। कई बार पुलिस बल न मिलने के कारण कार्रवाई लटक भी जाती है और सारा प्रैशर खत्म हो जाता है।

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