पार्षद हाऊस के प्रस्ताव के बाद और तेज हुए RTI एक्टिविस्ट

punjabkesari.in Tuesday, Oct 23, 2018 - 01:40 PM (IST)

जालंधर(खुराना): जालंधर नगर निगम के पार्षद हाऊस की बैठक दौरान पार्षद कंवलजीत कौर गुल्लू ने शहर के 2 आर.टी.आई. एक्टिविस्ट्स रविन्द्र पाल सिंह चड्ढा तथा सिमरनजीत सिंह के खिलाफ प्रस्ताव पारित करवाया था कि ये दोनों ढेरों आर.टी.आई. डाल कर परेशानी पैदा कर रहे हैं और लोगों से सैटिंग कर लेते हैं। पार्षद हाऊस ने चाहे इस प्रस्ताव को पारित कर दिया है परंतु अंतिम फैसला चंडीगढ़ से पास होकर आने वाली प्रोसीडिंग पर निर्भर करेगा। इस दौरान दोनों आर.टी.आई. एक्टिविस्ट और ज्यादा तेज हो गए हैं। 

नगर निगम के अधिकारियों ने आज सिमरनजीत सिंह को 1633 पेजों का जवाब सौंपा, जो राज्य सूचना आयोग में चल रही अपील संख्या 1934 के आदेश के अनुरूप था। फरवरी 2018 में सिमरनजीत ने आर.टी.आई. डालकर पूछा था कि 2017-18 में कितने नक्शे अप्लाई हुए, कितने पास हुए, कितने रिजैक्ट हुए और कितने नक्शे चंडीगढ़ भेजे गए। माना जा रहा है कि निगम द्वारा रद्द किए गए सैंकड़ों नक्शों के बावजूद वहां अवैध रूप से इमारतों का निर्माण हो चुका है। सिमरनजीत द्वारा आने वाले दिनों में ऐसी इमारतों का खुलासा किए जाने की उम्मीद है। 

वहीं अपील संख्या 1933 पर फैसला देते हुए राज्य सूचना आयोग ने नगर निगम के पी.आई.ओ. को 5 हजार रुपए जुर्माना ठोका है और यह राशि सिमरनजीत को अगली तारीख यानी 5 नवम्बर से पहले चैक या ड्राफ्ट के माध्यम से सौंपने को कहा है। इस आर.टी.आई. में सिमरनजीत ने निगम की पुलिस फोर्स का सारा रिकार्ड मांगा था कि उन्हें किस ड्यूटी पर व किन इमारतों व कालोनियों का काम रोकने की जिम्मेदारी दी गई। निगम ने अभी तक इस आर.टी.आई. का कोई जवाब नहीं दिया है। दूसरी ओर रविन्द्र पाल सिंह चड्ढा ने भी कई आर.टी.आई. ऐसी डाली हुई हैं जो निगम अधिकारियों के साथ-साथ अवैध इमारतों के मालिकों को परेशान करने वाली हैं। अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में यह टकराव क्या रूप धारण करता है।

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