पार्कों की सुरक्षा को लेकर गाजियाबाद से पिछड़ा जालंधर!

punjabkesari.in Saturday, Apr 21, 2018 - 02:12 PM (IST)

जालंधर (बुलंद): शहर के मुख्य पार्कों की सुरक्षा और उन पर नजर रखने को लेकर गाजियाबाद ने जालंधर को पीछे कर दिया है। बेशक गाजियाबाद को गुंडागर्दी और हिंसा के मामले में आगे देखा जाता रहा है लेकिन यू.पी. के इस शहर में जालंधर को ब्लाकों की देखरेख के मामले में चित कर दिया है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण जी.डी.ए. ने शहर के पार्कों की संभाल और शरारती तत्वों द्वारा पार्कों को किसी प्रकार का नुक्सान न पहुंचा सकने के लिए अहम कदम उठाते हुए निर्णय लिया है कि गाजियाबाद के सभी मुख्य पार्कों में सी.सी.टी.वी. कैमरे लगवाए जाएंगे। 

वर्णनीय है कि गाजियाबाद में 140 पार्क हैं जिनमें मुख्य तौर पर सिटी फॉरैस्ट सैंट्रल पार्क, गोङ्क्षबदपुरम सिटी पार्क, कलाकृति पार्क, राम मनोहर लोहिया पार्क, स्वर्ण जयंती पार्क और चौधरी चरण सिंह पार्क आदि शामिल हैं, जहां रोजाना सैंकड़ों लोग सुबह-शाम सैर करने आते हैं परंतु शरारती व आवारागर्द टाइप लोग जिस प्रकार जालंधर के पार्कों में डेरा जमा कर जुआ व ताश खेलते रहते हैं वैसे ही गाजियाबाद में भी ऐसे शरारती तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है जिसको देखते हुए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में सभी ब्लाकों में कैमरे लगाने की योजना पर अमल करना शुरू कर दिया है। इससे जहां जुआ खेलने और लड़ाई-झगड़े करने वालों पर नकेल कसी जाएगी। जालंधर में भी कई ऐसे पार्क हैं जहां सुबह-शाम बच्चे, बूढ़े और महिलाएं सैर करने जाते हैं पर इन पार्कों में सुरक्षा के प्रबंध बिल्कुल नहीं होते जिस कारण पार्क में सैर करने के लिए आने वाली महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों में भय बना रहता है। इस मामले बारे जब कम्पनी बाग, आदर्श नगर पार्क, मॉडल टाऊन पार्क में सैर करने पहुंचे लोगों से बात की तो उनके इस प्रकार विचार सामने आए।

पार्को की सुरक्षा बढ़ाई जाए : अरनेजा
मामले बारे इकबाल सिंह अरनेजा का कहना है कि शहर के सारे मुख्य पार्कों में नगर निगम को सी.सी.टी.वी. कैमरे लगवाने चाहिएं ताकि पार्कों की सुरक्षा यकीनी बन सके। शहर में सुबह-शाम पार्कों में सैर करने आने वालों को कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है अगर प्रशासन पार्कों में कैमरे लगवाता है तो उससे पार्कों की सुरक्षा बढ़ेगी।

सोसायटियां कैमरे लगवा सकती हैं तो निगम क्यों नहीं : महिंद्रपाल
मामले बारे महिंद्रपाल अरोड़ा का कहना है कि जो पार्क सोसायटियों के अधीन हैं जिनकी देखरेख प्राइवेट सोसायटियां करती हैं, वहां कई पार्कों में कैमरे लगाए हुए हैं पर जो पार्कनगर निगम के अधीन हैं, वहां कैमरे तो क्या साफ-सफाई तक पूरी नहीं होती। महिंद्र कुमार ने कहा कि नगर निगम को चाहिए कि जो शहर के मुख्य पार्क हैं, वहां कैमरे लगवाएं।

महिलाओं की सुरक्षा के प्रति गंभीर हो प्रशासन : रीना डावर
रीना डावर का कहना है कि शहर के पार्कों में सैर करने जाने वाली महिलाओं को अक्सर छीना-झपटी का डर बना रहता है। निगम प्रशासन को चाहिए कि वह महिलाओं की सुरक्षा के प्रति गंभीर बने और शहर के पार्कों में सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए जाएं ताकि शरारती तत्वों पर नजर बनी रहे।

1400 कैमरे लगाने की योजना : मेयर
मामले बारे जालंधर के मेयर जगदीश राज राजा का कहना है कि शहर में सुरक्षा के मद्देनजर स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट के तहत 1400 कैमरे लगाए जाएंगे। इस बारे पुलिस प्रशासन से भी बातचीत जारी है। मेयर ने कहा कि शहरवासियों की सुरक्षा के प्रति निगम प्रशासन गंभीर है और पार्कों में कैमरे लगवाने बारे जल्द ही फैसला लिया जाएगा।


 

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