लुधियाना पुलिस जागी पर जालंधर पुलिस कब कसेगी फर्जी एजैंटों पर शिकंजा

punjabkesari.in Monday, May 28, 2018 - 11:16 AM (IST)

जालन्धर (बुलंद): पुलिस कमिश्नरेट चाहे कितने भी दावे करे कि अवैध ट्रैवल एजैंटों पर शिकंजा कसा जा रहा है पर इसके बावजूद आए दिन एजैंटों द्वारा लोगों से करोड़ों रुपए ठग कर व अपना दफ्तर छोड़ कर भागने की घटनाएं सामने आ रही हैं। ऐसी वारदातों के पीछे मुख्य कारण यह भी है कि पुलिस ऐसे फ्रॉड करके भागे एजैंटों में से छोटे-मोटे को तो पकड़ लेती है पर बड़े फ्रॉड एजैंट पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाते जिससे अन्य एजैंटों के हौसले बढ़ते हैं। आज लुधियाना में पुलिस ने कई एजैंटों पर शिकंजा कसा है जो फर्जी तरीके से काम कर रहे थे पर जालंधर पुलिस इस मामले में ढीली दिखाई दे रही है।

क्यों पकड़ में नहीं आते एजैंट
मामले बारे ट्रैवल ट्रेड से जुड़े सूत्र बताते हैं कि शहर के जो बड़े फ्रॉड एजैंट लोगों के करोड़ों रुपए लेकर फरार हुए हैं, उन्हें पकड़ पाने में पुलिस का सिस्टम फेल रहा है। जैसिका कंसल्टैंट के एजैंट अमरजीत व चंद्र सिमका ने लोगों के करोड़ों रुपए ठगे और विदेश भाग गए पर पुलिस उन्हें वापस भारत लाकर सजा दिलाने में असफल रही। ऐसी खबरें भी आती रहीं कि उन्होंने पुलिस से सैटिंग की थी। उसके बाद गत वर्ष 5 करोड़ से ज्यादा का फ्रॉड करके भागे इम्पीरियल एजुकेशन के अरविंद व उसकी पत्नी को भी पुलिस नहीं पकड़ सकी जबकि सूत्रों के अनुसार वह भारत में ही कहीं हैं और फर्जी एजैंट बनकर काम कर रहे हैं। कुछ लोगों ने पहले ही पुलिस को सचेत किया था पर पुलिस ने समय रहते कार्रवाई नहीं की और नतीजा बड़े फ्रॉड के रूप में सामने आया। अब गत दिनों स्थानीय पुलिस लाइन में स्थित एक मॉल में चल रही आई.वी.एस. ट्रैवल कम्पनी के संचालकों द्वारा लोगों के करोड़ों रुपए हड़प कर भागने की खबरें सामने आ रही हैं। इस इमारत में उनका ऑफिस था।। वहां के अन्य ऑफिस वालों का कहना है कि रोजाना कोई न कोई इस दफ्तर में अपने पासपोर्ट या पैसे का पता करने आता है पर दफ्तर बंद पड़ा है और लोग परेशान होकर वापस चले जाते हैं।
 

लोगों का पुलिस से उठ गया विश्वास
इम्पीरियल एजुकेशन केस में शिकायत देने वाले कुछ लोगों का कहना है कि 2 साल के करीब हो गए पर पुलिस ठग एजैंट दम्पति को पकड़ नहीं पाई। इसी प्रकार जैसिका कंसल्टैंट के केस में 7 साल बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं और लोगों के करोड़ों रुपए लेकर फरार हुए एजैंट दूसरे रा’यों या दूसरे देशों में जाकर मौज लूट रहे हैं। अब पुलिस पर से उनका विश्वास उठ चुका है। यही कारण है कि जब कोई ऐसा फर्जी एजैंट किसी पीड़ित के हत्थे चढ़ता है तो लोग खुद ही कानून हाथ में लेकर एजैंट की सेवा करने से पीछे नहीं हटते। जानकार बताते हैं कि अगर पुलिस ऐसे ठग एजैंटों को पकड़ कर जेल भेजती रहे ओर ठगी के शिकार लोगों को उनके फंसे पैसे वापस मिलते रहें तो कभी किसी एजैंट की भोले-भाले लोगों को ठगने की हिम्मत न होगी। 

दर्ज है केस पर नहीं हुई गिरफ्तारी : एस.एच.ओ.
मामले बारे थाना नई बारादरी के एस.एच.ओ. बलबीर सिंह का कहना है कि आई.वी.एस. कम्पनी के 2 संचालकों के खिलाफ 11-1-2017 को तरनतारन के मलकीत सिंह की शिकायत पर केस नं. 10 दर्ज किया गया था पर उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई।
 

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