जिला देहाती कांग्रेस के प्रधान पद पर ज्यादातर जट-सिख नेता का ही रहा कब्जा

punjabkesari.in Tuesday, Jun 23, 2020 - 09:58 PM (IST)

जालंधर(महेश): जिला कांग्रेस देहाती के प्रधान पर पिछले लम्बे समय से जट-सिख नेता का ही कब्जा रहता आया है। पूर्व कैबिनेट मंत्री पंजाब अमरजीत सिंह समरा, बाबा राजिन्द्र सिंह जौहल, आदमपुर के पूर्व विधायक कंवलजीत सिंह लाली, पूर्व विधायक जगबीर सिंह बराड़ व सुखविन्द्र सिंह सुक्खा लाली के पास देहात कांग्रेस की कमान रही है। यह सभी नेता जट-सिख भाईचारे के हैं। सबसे ज्यादा जिला देहात प्रधान की कमान बाबा जौहल के पास रही है। वह करीब 8 से 10 साल इस पद पर सेवाएं देते रहे हैं। अब भी टकसाली कांग्रेसी वर्करों की हाईकमान को राय है कि नई की जाने वाली नियुक्तियों में देहात कांग्रेस की कमान किसी ऐसे सूझवान, मेहनती व पार्टी के वफादार जट-सिख नेता को सौंपी जाए जो कि हर वर्ग को साथ लेकर चलने में कामयाब हो सके क्योंकि 2022 के विधान सभा चुनावों में बहुत कम समय बाकी रह गया है और मौजूदा समय में पार्टी को बहुत मजबूत करने की भी जरूरत है।

उक्त नेताओं के अलावा कुछ समय के लिए कैप्टन हरमिन्द्र सिंह भी देहात कांग्रेस के प्रधान बने रहे हैं। जालंधर लोक सभा हलके में जिला देहाती व शहरी कांग्रेस के अधीन 9 विधान सभा हलके पड़ते हैं। लोक सभा सीट के अलावा देहात में फिल्लौर, आदमपुर, करतारपुर विधान सभा हलकों की सीटें रिजर्व हैं। देहात में शाहकोट व नकोदर जनरल विधान सभा सीटें हैं। इसके अलावा शहरी कांग्रेस में आते विधान सभा हलकों में जालंधर कैंट, जालंधर सैंट्रल तथा जालंधर नार्थ जनरल सीटें हैं और जालंधर वैस्ट रिजर्व सीट है। देहात क्षेत्र में दलित समुदाय और जट-सिख भाईचारे का वोट बैंक काफी ज्यादा है और इसीलिए जट-सिख चेहरे को आगे लाकर इस वोट बैंक का फायदा उठाया जा सकता है। देहात कांग्रेस के प्रधान की कुर्सी हासल करने के लिए जट-सिख भाईचारे के कई कांग्रेसी नेता अंदर खाते अपना जुगाड़ लगाने के प्रयास कर रहे हैं लेकिन उन्होंने ओपन होकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं। यह तो आने वाले दिन ही बताएंगे कि हाईकमान किस नेता को यह कुर्सी सौंपती है?

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