बच्चों को शिक्षित करने का जज्बा: रोज अपने रेहड़े पर स्कूल छोड़ने आते हैं किशन कुमार

punjabkesari.in Tuesday, Jan 07, 2020 - 10:49 AM (IST)

जालंधर(खुराना): विभिन्न सामाजिक कुरीतियों प्रति समाज में जनजागरण अभियान चलाने वाले बिशन दास सहोता साधनों की कमी होने के बावजूद शिक्षा के प्रसार में भी निरंतर लगे हुए हैं जिसके चलते वह अड्डा बस्ती शेख के भगवान वाल्मीकि मंदिर में असहाय वर्ग के बच्चों को फ्री ट्यूशन इत्यादि की सुविधा उपलब्ध करवा रहे हैं। उनका मानना है कि हर मां-बाप अपने बच्चों को शिक्षित करने और समाज में उचित स्थान दिलाने हेतु प्रयासरत रहते हैं परंतु कई बार आर्थिक स्थितियां और अन्य परिस्थितियां इस इच्छापूर्ति में आड़े आती हैं। 

उन्होंने बताया कि मेहनत करके जीवन-यापन कर रहा एक मजदूर किशन कुमार, जो शिक्षा के महत्व को समझते हुए अपने बच्चों को हर रोज अपने रेहड़े पर बिठाकर स्कूल छोड़ने आता है ताकि उसके बच्चे भी शिक्षा ग्रहण कर सकें। आज के युग में हर मां-बाप अपने स्कूल जाते बच्चों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाता है परंतु इस मजदूर के जज्बे को सलाम है जो विपरीत परिस्थितियों में होते हुए भी इनसे जूझ रहा है। इस मजदूर किशन कुमार के लिए यही राहत की बात है कि उसके बच्चे निरंतर शिक्षित हो रहे हैं। ऐसे उदाहरणों से उन लोगों को प्रेरणा लेनी चाहिए जो शिक्षा के महत्व को नहीं समझते। उक्त मजदूर किशन कुमार का कहना है कि वह नहीं चाहता कि उसके बच्चे भी उसकी तरह अनपढ़ रहकर मजदूरी करें इसलिए वह बच्चों को अपने पैरों पर खड़ा होने लायक बना रहा है।

Edited By

Sunita sarangal