सांसद, विधायकों व मेयर की नवजोत सिद्धू के साथ होगी बैठक

punjabkesari.in Tuesday, Jun 19, 2018 - 09:13 AM (IST)

जालंधर (खुराना): लोकल बॉडीज मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा पिछले सप्ताह शहर में एकाएक की गई छापेमारी दौरान अवैध बिल्डिंगों पर हुए एक्शन से गर्माई राजनीति के बीच आज एक गुप्त बैठक का आयोजन पी.ए.पी. परिसर में किया गया। इस दौरान कांग्रेस सांसद चौ. संतोख सिंह व मेयर जगदीश राजा के अलावा शहर के चारों विधायक परगट सिंह, बावा हैनरी, राजेन्द्र बेरी व सुशील रिंकू उपस्थित थे। खास बात यह रही कि बैठक दौरान पुलिस कमिश्नर, डिप्टी कमिश्नर तथा निगम कमिश्नर भी उपस्थित थे। 

बैठक चाहे नवजोत सिद्धू के इशारे पर हुई तोड़-फोड़ की कार्रवाई के दृष्टिगत बुलाई गई थी, परंतु बैठक दौरान सभी नेताओं ने शहर की कुछ अन्य समस्याओं पर भी तीनों कमिश्नरों से चर्चा की। इस दौरान ट्रैफिक समस्या तथा कुछ अन्य प्रोजैक्टों पर बात हुई। बैठक दौरान सभी विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को उठाया और नवजोत सिद्धू द्वारा की गई छापेमारी पर अपना स्टैंड स्पष्ट किया। विधायक सुशील रिंकू ने नवजोत सिद्धू की कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा कि उनका एक्शन कतई ठीक नहीं था।

सरकारों को जनता की सुविधा हेतु चुना जाता है और उनसे अच्छी पॉलिसी की उम्मीद की जाती है। विधायक बेरी, बावा हैनरी तथा मेयर ने भी सिद्धू की कार्रवाई के बारे में अपने-अपने विचार रखे। इस दौरान यह बात सामने आई कि नवजोत सिद्धू ने जालंधर को ही ऐसी तोड़-फोड़ हेतु क्यों चुना? बैठक दौरान विधायक परगट सिंह ने अपना स्टैंड स्पष्ट करते हुए कहा कि उस दिन वह शाहकोट की रैली में जाने के लिए तैयार थे, परंतु नवजोत सिद्धू ने उन्हें अचानक हवेली बुला लिया, जिसके बाद वह उन्हें विभिन्न स्थानों पर ले गए। परगट सिंह ने कहा कि उन्होंने किसी अन्य विधानसभा क्षेत्र की किसी बिल्डिंग या कालोनी के बारे में हस्तक्षेप नहीं किया।

नवजोत सिद्धू के पास शिकायतों की लिस्ट पहले से थी, जिसके आधार पर वह विभिन्न मौकों पर जा रहे थे। उन्होंने सिर्फ अपने विधानसभा क्षेत्र के कुछ मौके उन्हें जरूर दिखाए। बैठक दौरान फैसला हुआ कि सांसद, मेयर तथा विधायकों की एक बैठक दो-तीन दिन में लोकल बॉडीज मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के साथ होगी, तब तक नगर निगम तोड़-फोड़ या सीलिंग की कोई कार्रवाई नहीं करेगा। गौरतलब है कि इस बैठक हेतु मुख्यमंत्री के ओ.एस.डी. कैप्टन संदीप संधू ने प्रयास किए थे। 

सिद्धू के पास है 300 अवैध बिल्डिंगों की सूची 
शहर में अवैध रूप से बनी बिल्डिंगों व कालोनियों पर कार्रवाई चाहे फिलहाल रोक दी गई है, परंतु माना जा रहा है कि आने वाले समय में कुछ मामलों में सीङ्क्षलग इत्यादि की कार्रवाई की जा सकती है। गौरतलब है कि नवजोत सिद्धू ने गत दिवस संकेत दिए थे कि उनके पास जालंधर में निगमाधिकारियों की मिलीभगत से बनी 300 अवैध बिल्डिंगों की लिस्ट है। अभी तो उन्होंने 35 मौके ही चैक किए हैं और सभी में गड़बड़ी पाई गई है, जिसके कारण जालंधर निगम को करोड़ों रुपए का चूना लगा है और करोड़ों रुपए रिश्वत के रूप में निगमाधिकारियों की जेबों में गए हैं। सिद्धू का मानना है कि भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उनकी कार्रवाई आम जनता के विरुद्ध नहीं है, परंतु भ्रष्टाचार करने वालों व कानून तोडऩे वालों पर कार्रवाई अवश्य होनी चाहिए। 

नहीं जारी हुए संस्पैशन आर्डर सी.वी.ओ. की टीमों द्वारा जांच जारी 
मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की छापेमारी के 4 दिन बाद हुई 8 निगमाधिकारियों की संस्पैशन तथा 2 की चार्जशीट जारी नहीं हो सकी है। गौरतलब है कि नवजोत सिद्धू ने जल्दबाजी में उस दिन 10 निगमाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की घोषणा कर दी थी, परंतु अभी तक उनके ऑर्डर तैयार नहीं हो सके हैं, क्योंकि लोकल बॉडीज के सी.वी.ओ. विभाग की टीम अभी चैक हुई बिल्डिंगों का रिकार्ड जांच रही है। 

रिंकू के हक में उतरी स्पोर्ट्स मार्कीट 
विधायक सुशील रिंकू द्वारा वैस्ट क्षेत्र में तोड़-फोड़ करने गई डिच मशीनों का रास्ता रोक लिए जाने के कारण स्पोर्ट्स मार्कीट के दुकानदार उनके हक में उतर आए हैं। आज इन दुकानदारों ने स्पोर्ट्स मार्कीट शॉपकीपर एसो. के बैनर तले एक बैठक कर विधायक सुशील रिंकू द्वारा आम जनता के हक में की गई कार्रवाई को सराहा और नवजोत सिंह सिद्धू के एक्शन का आलोचना की। 

डिचों के पहिए रुकने से बिल्डिंग मालिकों ने ली राहत की सांस 
नवजोत सिद्धू की छापेमारी के अगले दिन जिस प्रकार चंडीगढ़ से आई टीमों के निर्देश पर निगमाधिकारियों ने शहर की 4 बड़ी बिल्डिंगों पर डिच चलाई तथा बस स्टैंड के निकट दर्जनों दुकानों पर कार्रवाई की, उससे शहर में अजीब तरह का सहम व्याप्त हो गया था, परंतु विधायक सुशील रिंकू, राजेन्द्र बेरी, बावा हैनरी तथा मेयर द्वारा स्टैंड लिए जाने के बाद अब डिच मशीनों के पहिए रुक गए हैं, जिससे अवैध बिल्डिंग मालिकों ने राहत की सांस ली है। गौरतलब है कि नवजोत सिद्धू ने उस दिन 35 अवैध बिल्डिंगों व कालोनियों के मौके चैक किए थे और सभी पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। पता चला है कि पांच स्थानों पर डिच चलने के अलावा गुलमोहर कालोनी मामले में एफ.आई.आर. दर्ज करवाई जा रही है। 

Anjna