‘अब समुद्र का पानी खारा ही नहीं रहेगा’

punjabkesari.in Wednesday, Jun 06, 2018 - 10:40 AM (IST)

जालन्धर(दर्शन): विभिन्न क्षेत्रों में समाज के लिए अति आवश्यक रिसर्च व डिवैल्पमैंट के कार्यों को जारी रखते हुए लवली प्रोफैशनल यूनिवर्सिटी (एल.पी.यू.) के वैज्ञानिकों ने अब समुद्र के पानी को पीने योग्य बनाने के लिए नई तकनीक तैयार की है। इस नई तकनीक से विश्वभर में पीने के पानी की समस्या समाप्त हो जाएगी।

वैज्ञानिकों की इस टीम का नेतृत्व एल.पी.यू. के कैमिस्ट्री विभाग में कार्य कर रहे सहायक प्रोफैसर डा. तनय प्रमाणिक हैं, जिनका साथ डा. रूनझन टंडन और बी.एससी. की छात्रा स्टैंजिन लॉओद ने बाखूबी दिया। समुद्र के पानी को साफ करने वाली किट का वैज्ञानिकों ने पेंटैंट करने के लिए फाइल भी जमा करवा दी है। एल.पी.यू. के चांसलर अशोक मित्तल ने वैज्ञानिकों की टीम को बधाई दी है। डा. तनय ने बताया - ‘इस टैक्नीक में किसी भी रसायन, एनर्जी या कीमती पदार्थ का प्रयोग नहीं होता ।

एक बार जब मैं इस प्रोजैकट के बारे में विचार कर रहा था तो अचानक मुझे अपनी मां की रसोई में किए कार्यों की याद आ गई, जहां वह अपने द्वारा तैयार की गई सब्जियों में अधिक नमक की कमी को अन्य सस्ते खाद्य पदार्थों के मिश्रण से किया करती थीं। मैंने उसी समय निष्कर्ष निकाला और अपने साथियों के साथ प्रोजैक्ट पर काम करने लग पड़ा। हमने समुद्र के पानी से घुले हुए नमक (सोडियम कलोराइड) को सुगमता से निकाल दिया। इसके लिए हमने संसारभर में आमतौर पर पाए जाने वाले सस्ते खाद्य पदार्थों का उपयोग किया।’रिसर्च टीम की सदस्या स्टैंजिन, जिसने लेह-लद्दाख के एक छोटे से गांव से आकर एल.पी.यू. में दाखिला लिया है, इस प्राप्ति से अत्यंत प्रसन्न है।

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