पुलिस को मिले इनपुट : जालंधर में कई युवाओं के पास हैं देसी वैपन

punjabkesari.in Monday, Jun 17, 2019 - 09:07 AM (IST)

जालंधर(वरुण): जालंधर में कई युवाओं के पास देसी वैपन होने के इनपुट मिलने के बाद जालंधर पुलिस की नींद उड़ गई है। नींद इनपुट मिलने से नहीं बल्कि इस लिए उड़ी क्योंकि इनपुट मिलने के बाद लगातार जालंधर पुलिस इन युवाओं की धर-पकड़ में लगी हुई है। इस चेन को ब्रेक करने के लिए खास तौर पर सी.आई.ए. स्टाफ की ड्यूटी लगी है, जबकि कुछ ही समय में सी.आई.ए. स्टाफ ने 12 वैपन बरामद कर लिए हैं। पुलिस के पास जो इनपुट मिले हैं, उसमें कहा गया कि अलग-अलग गैंग में शामिल युवाओं समेत छोटे मोटे बदमाशों ने भी अपने पास वैपन रखे हुए हैं।

हालांकि देसी वैपन बेचने के लिए पहले यू.पी. के तस्करों को यहां आना पड़ता था, लेकिन अब जालंधर के बदमाश खुद यू.पी. जाकर वैपन खरीद रहे हैं। इन बदमाशों के अलावा नशा तस्करों ने भी खुद के पास सैल्फ डिफैंस के लिए वैपन रखे हुए हैं। सी.आई.ए. स्टाफ ने इन इनपुट्स पर काम करना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि ये इनपुट देने वाला कोई नहीं बल्कि हाल में ही देसी वैपन्स के साथ पकड़े गए युवकों ने ही पूछताछ में यह बात पुलिस को बताई है।

ट्रेन में अवैध वैपन लाना है सबसे अधिक सुरक्षित 
पुलिस की ही मानें तो यू.पी. से वैपन खरीद कर लाने वाले ये लोग अधिकतर रेल का सफर करते हैं। वे ट्रेन में वैपन लाना सुरक्षित समझते हैं क्योंकि ट्रेन में न तो कोई चैकिंग होती है और न ही किसी तरह का डर होता है। हालांकि पुलिस खुद मानती है कि ट्रेन से वैपन लाकर सिटी में दाखिल हो जाना काफी आसान है और इसे रोकने के लिए हर किसी की चैकिंग संभव नहीं।

10 हजार से लेकर 40 हजार रुपए की कीमत के वैपन ज्यादा आए

पुलिस अधिकारियों का दावा है कि 10 हजार से लेकर 40 हजार रुपए तक की कीमत के वैपन जालंधर में लाए गए हैं। आबादपुरा में भी जो गोलीकांड हुआ था वह 315 बोर के देसी वैपन से फायर किया गया था। अभी वह मामला भी अनट्रेस है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने एक लिस्ट भी तैयार की है और एक-एक बदमाश, तस्कर व आपराधिक छवि वालों पर नजर रखी जा रही है। जल्द ही पुलिस को बड़ी कामयाबी मिलने की भी उम्मीद है।

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