यूनियन से आर-पार की लड़ाई के मूड में आए मेयर और कांग्रेसी पार्षद

punjabkesari.in Friday, Feb 28, 2020 - 09:02 AM (IST)

जालंधर(खुराना): इन दिनों नगर निगम द्वारा 160 सीवरमैनों को ठेके के आधार पर रखने का मामला गर्माया हुआ है जिसके चलते पिछले कुछ दिनों से शहर में सफाई कर्मचारियों व सीवरमैनों की हड़ताल चल रही है। इस हड़ताल के चलते जहां शहर के घरों-दुकानों में से कूड़े की डोर-टू-डोर कलैक्शन का काम लगभग बंद पड़ा हुआ है, वहीं डम्प स्थानों से कूड़े की लिफ्टिंग भी प्रभावित हो रही है। 

इस हड़ताल को लेकर निगम यूनियनें भी आपस में बंटी हुई हैं और कुछ यूनियनों द्वारा निगम प्रशासन के सहयोग से शहर में सफाई का काम करवाया जा रहा है। ऐसी स्थिति का फायदा उठाते हुए मेयर जगदीश राजा तथा ज्यादातर कांग्रेसी पार्षदों ने चंदन ग्रेवाल के नेतृत्व वाली यूनियन से आर-पार की लड़ाई लड़ने का मूड बना लिया है। इसी मूड के चलते कांग्रेस के लगभग 2 दर्जन पार्षद सारा दिन निगम परिसर में ही डटे रहे और कई घंटे यही चर्चा होती रही कि इस बार निगम यूनियन से कैसे सख्ती से निपटा जाए। इसी योजना के चलते मेयर कार्यालय में खूब रौनक लगी रही। 

इसी विवाद के चलते डी.सी.पी. लॉ एंड ऑर्डर बलकार सिंह पिछले कुछ दिनों से इस प्रयास में लगे हुए हैं कि किस प्रकार दोनों पक्षों में समझौता करवाकर हड़ताल खुलवाई जाए। डी.सी.पी. के प्रयासों से निगम कमिश्नर आफिस में यूनियन नेताओं के संग एक बैठक हुई, जिस दौरान डी.सी.पी., आई.पी.एस. अधिकारी सूडरविजी व निगम कमिश्नर दीपर्व लाकड़ा के अलावा ज्वाइंट कमिश्नर हरचरण सिंह तथा चंदन ग्रेवाल व उनके साथी मौजूद रहे। बैठक दौरान फैसला हुआ कि पंजाब विधानसभा के सैशन से निपटने के बाद शहर के चारों विधायक शनिवार को जालंधर में होंगे। जिनकी यूनियन से मुलाकात करवाई जाएगी और तब तक दोनों पक्ष स्टेट्स को रखेंगे। बैठक में फैसला हुआ कि यूनियन द्वारा हड़ताल तो जारी रखी जाएगी परंतु धरना-प्रदर्शन नहीं होगा। वहीं निगम भी दूसरी यूनियनों से सफाई का काम नहीं करवाएगा और न ही लिफ्टिंग होगी।

यूनियन ने फूंका विधायक बावा हैनरी का पुतला 
निगम परिसर में धरने पर बैठे सैंकड़ों सफाई कर्मचारियों व वाल्मीकि समाज के नेताओं ने रोष मार्च निकाल कर नॉर्थ क्षेत्र से विधायक बावा हैनरी का पुतला फूंका। इस दौरान विधायक के विरुद्ध जबरदस्त नारेबाजी की गई। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि विधायक बावा हैनरी व विधायक बेरी अपने चहेतों को फायदा दिलाने की खातिर ठेके पर सीवरमैन रखवा रहे हैं। रोष मार्च दौरान मेयर तथा कांग्रेस सरकार विरुद्ध भी नारेबाजी की गई। 

निगम कमिश्नर तथा डी.सी.पी. द्वारा किए समझौते को मेयर ने किया रद्द 
एक ओर जहां डी.सी.पी. तथा निगम कमिश्नर ने चंदन ग्रेवाल के साथ बैठक करके धरना उठवाने और स्टेटस को रखने पर समझौता कर लिया परंतु कुछ देर बाद मेयर राजा व उनके सहयोगी पार्षदों ने इस समझौते को रद्द करते हुए फैसला लिया कि दूसरी यूनियनों से शहर में सफाई व कूड़े की लिफ्टिंग का काम हर हाल में करवाया जाएगा। वर्कशॉप से भी गाड़ियों को रवाना किया जाएगा। 

मेयर द्वारा यूनियन के विरुद्ध कड़ा स्टैंड लिए जाने के बाद देर शाम कमिश्नर लाकड़ा ने यूनियन प्रतिनिधियों के साथ फिर मुलाकात की और उन्हें मेयर व पार्षदों के फैसले से अवगत करवाया। इसी दौरान शनिवार को यूनियन व विधायकों की बैठक फिक्स कर दी गई। चंदन ग्रेवाल ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने डी.सी.पी. व कमिश्नर के साथ जो समझौता किया है वह उस पर कायम हैं। अगर दूसरा पक्ष समझौते से पलटता है तो बाद में देखा जाएगा। 

फिलहाल डी.सी. रेट पर रखे जा सकते हैं कर्मचारी : सुनील ज्योति
इसी बीच पूर्व मेयर सुनील ज्योति ने आरोप लगाया है कि मौजूदा सरकार के प्रतिनिधि अपने चहेतों और रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाने की सोच से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अकाली-भाजपा सरकार ने सीवरमैन और सफाई सेवक  डी.सी. रेट पर रखने का प्रस्ताव पास किया था जिसके बाद 180 सीवरमैन पक्के भी किए गए। परंतु कांग्रेस ने वह फैसला पलट कर आऊटसोर्स पर सफाई कर्मी और सीवरमैन रखने का प्रस्ताव पास किया। फिर भी यह कर्मचारी डी.सी. रेट पर ही रखे जाएंगे परंतु ठेकेदार को अलग से कमीशन देना होगा। इसकी बजाय इन्हें सीधा डी.सी. रेट पर रखकर 3 साल की अंडरटेकिंग देकर मामले का हल निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि शहर की बिगड़ी व्यवस्था के लिए मेयर, कमिश्नर व पार्षद जिम्मेदार हैं। 

Edited By

Sunita sarangal