सांसद संतोख चौधरी एक बार फिर विवादों में घिरे, युवक ने लगाए बकाया हड़पने के आरोप

punjabkesari.in Thursday, Feb 20, 2020 - 09:58 AM (IST)

जालंधर(चोपड़ा): विवादों में घिरे रहना सांसद संतोख चौधरी और उनके परिवार के लिए कोई नई बात नहीं है, अब एक बार फिर से सांसद चौधरी एक नए विवाद में फंसते दिखाई दे रहे हैं। विमल राय नामक एक युवक ने सांसद चौधरी पर उसकी मेहनत की कमाई हड़पने के आरोप लगाए हैं। पीड़ित युवक ने कहा कि अगर उसके पैसे वापस नहीं मिले तो वह सांसद चौधरी के घर के बाहर दरियां बिछा कर धरना लगाने के अलावा पुलिस में फ्रॉड की शिकायत भी दर्ज करवाएगा तथा चुनाव कमिशन व कैप्टन अमरेन्द्र को भी शिकायत करेगा। 

विमल ने बताया कि 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवार संतोख चौधरी ने अपने चुनाव प्रचार के लिए उससे एल.ई.डी., साऊंड सिस्टम व अन्य चुनाव प्रचार सामग्री फिट करवाकर 9 छोटे हाथी (टैम्पो वाहन) तैयार करवाए थे। उक्त 9 छोटे हाथियों के माध्यम से उसे 9 मई से लेकर 17 मई तक चुनाव प्रचार करने का ठेका दिया गया था जिसके बदले उसे रोजाना 9 हजार रुपए प्रति वाहन देना तय हुआ था। वह रोजाना अपने वाहनों को ड्राइवर व अन्य लेबर के साथ जालंधर लोकसभा हलका के अंतर्गत आते सभी 9 विधानसभा हलकों में चुनाव प्रचार को भेजता था। वह वाहनों में तेल व अन्य खर्च खुद की जेब से करता रहा था और वाहनों का कुल खर्च 7,92,000 रुपया बना जिसमें से संतोख चौधरी ने उसे केवल 3,60,000 रुपए का भुगतान किया। 

विमल ने आरोप लगाया कि वह संतोख चौधरी के चुनाव जीतने के बाद उसके घर अपने पैसे लेने के लिए कई बार चक्कर लगा चुका है परंतु 19 मई के बाद से उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। 2-3 बार उसकी सांसद चौधरी के साथ मुलाकात भी हुई लेकिन उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे विक्रमजीत सिंह चौधरी जोकि फिल्लौर विधानसभा हलका का इंचार्ज है, से बात करते हैं, वह उसके पैसे दे देगा। अब सांसद चौधरी व विक्रमजीत चौधरी न तो उससे मिलते हैं और न ही फोन उठाते हैं। यहां तक कि उसके मोबाइल नंबर को उन्होंने ब्लॉक लिस्ट में डाल रखा है। 

विमल ने कहा कि उसे अपने बकाया 4,32,000 रुपए लेने के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। यह केवल उसके पैसे नहीं है बल्कि उस गरीब लेबर के भी हैं जोकि वाहनों में सांसद चौधरी के पक्ष में चुनाव प्रचार करती रही। उक्त सभी लोग उसके साथ सांसद के घर के बाहर धरने पर बैठने को तैयार हैं अगर फिर भी उसकी सुनवाई न हुई तो वह अपने संघर्ष को और भी तेज करेंगे। 

चुनाव कमिशन को शिकायत देने पर खर्च साबित हुआ तो खतरे में पड़ सकती है सांसद सीट
चुनाव कमिशन की हिदायतों के मुताबिक लोकसभा चुनावों में हरेक उम्मीदवार के लिए चुनाव प्रचार को लेकर खर्च निर्धारित कर रखा है परंतु जिस प्रकार विमल 9 एल.ई.डी. वाहनों की खर्च रसीदें व अन्य दस्तावेज प्रमाण के तौर पर दिखा रहा है, उससे चौधरी संतोख की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। विमल ने चेतावनी दी है कि अगर सांसद संतोख चौधरी ने 7.92 लाख रुपयों में से उसका बनता बकाया न दिया तो वह भारतीय चुनाव कमिशन को शिकायत करेगा। अब अगर विमल ने चुनाव कमिशन को शिकायत की और उसके द्वारा एल.ई.डी. वाहनों पर किया खर्च प्रमाणित हो गया तो संतोख चौधरी की सांसद सीट खतरे में पड़ सकती है क्योंकि यह खर्च तय सीमा से अधिक किया गया है।  

चौधरी परिवार पर काम करवाकर पैसे न देने की शिकायत कोई नई बात नहीं
सांसद संतोख चौधरी परिवार के खिलाफ काम के बदले पैसे न देने की शिकायत कोई नई बात नहीं है, ऐसे मामले पहले भी चर्चा में आते रहे हैं। कुछ सप्ताह पूर्व सांसद चौधरी के पैलेस में मैनेजर का काम करने वाले युवक ने भी सांसद चौधरी के पारिवारिक सदस्यों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनके परिवार के सदस्यों ने उससे मारपीट कर जब्री चैक साइन करवाए और अपने राजनीतिक प्रभाव के चलते उल्टा उसे पुलिस थाने में बंद करवाकर प्रताड़ित भी किया। 

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Sunita sarangal