खुलने लगी नगर निगम के स्ट्रीट लाइट घोटाले की परतें

punjabkesari.in Tuesday, Nov 20, 2018 - 09:44 AM (IST)

जालंधर (खुराना): कांग्रेसी पार्षद देसराज जस्सल ने पार्षद हाऊस की पिछली बैठक के दौरान अकाली-भाजपा कार्यकाल के समय में हुए स्ट्रीट लाइट स्कैंडल का मुद्दा उठाया था जिसकी जांच हेतु मेयर जगदीश राजा ने एक कमेटी गठित की थी जिसकी पहली बैठक आज निगम की ’वाइंट कमिश्नर गुरविंद्र कौर रंधावा की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान सीनियर डिप्टी मेयर सुरेन्द्र कौर, डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत सिंह बंटी, पार्षद देसराज जस्सल व पार्षद शमशेर खैहरा उपस्थित हुए। 

पहली बैठक में ही स्ट्रीट लाइट घोटाले की परतें खुलनी शुरू हो गईं। हालांकि नगर निगम के कुछ अधिकारी इस घोटाले पर लीपा-पोती करते दिखाई दे रहे हैं, परंतु माना जा रहा है कि अगर इस घोटाले की जांच विजीलैंस द्वारा शुरू कर दी गई तो निगम के कई अधिकारियों पर तुरंत एफ.आई.आर. दर्ज हो सकती है। घोटाले की जांच करने हेतु बनी कमेटी की पहली बैठक दौरान ही लाखों-करोड़ों रुपए मूल्य के स्ट्रीट लाइट सैट, ब्रैकेट व तारों इत्यादि के गायब होने के संकेत मिले हैं। 

गौरतलब है कि पार्षद जस्सल ने आरोप लगाया था कि अकाली-भाजपा कार्यकाल दौरान हाईवे अथारिटी के कहने पर निगम ने परागपुर चुंगी से लेकर पी.ए.पी. चौक तथा वहां से लेकर विधिपुर फाटक तक सैंकड़ों स्ट्रीट लाइट पोल व सैट इत्यादि उतारे थे जिनमें से ’यादातर सामान अब गायब हो चुका है। आज जे.ई. लैवल के अधिकारियों ने जांच कमेटी के सदस्यों को संतुष्ट करने का प्रयास किया, परंतु इस घोटाले की अभी कई परतें खुलनी बाकी हैं। फिलहाल ज्वाइंट कमिश्नरगुरविंद्र कौर रंधावा ने इस केस से संबंधित सारा रिकार्ड कब्जे में लेकर संबंधित अधिकारियों को बाकी जवाब एक सप्ताह के भीतर देने को कहा है।

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