कांग्रेसी पार्षद खैहरा और मुल्तानी ने रोकी निगम की डिच मशीनें, अवैध कालोनी पर कार्रवाई नहीं होने दी

punjabkesari.in Thursday, Jun 27, 2019 - 08:48 AM (IST)

जालंधर(खुराना): एक ओर जालंधर की 250 से ज्यादा अवैध बिल्डिंगों तथा दर्जनों अवैध कालोनियों का मामला पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में पहुंच चुका है। वहीं इस पर कड़ी कार्रवाई की उम्मीद व्यक्त की जा रही है क्योंकि इस मामले में पी.आई.एल. दायर होते ही हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस पर आधारित 2 सदस्यीय बैंच ने 2 दिन बाद ही जालंधर के डिप्टी कमिश्रर, जालंधर के निगम कमिश्रर तथा लोकल बॉडीज के प्रिंसीपल सैक्रेटरी को हाईकोर्ट में तलब कर लिया था। 

माना जा रहा है कि इस पी.आई.एल. के आधार पर निगमाधिकारियों की भी जवाबतलबी होगी जिन्होंने शिकायतें मिलने के बावजूद सालों साल इन अवैध बिल्डिंगों व अवैध कालोनियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। कार्रवाई के मामले में जालंधर नगर निगम को किस प्रकार राजनीतिक हस्तक्षेप का सामना करना पड़ता है, इसकी एक मिसाल आज उस समय देखने को मिली जब सत्तापक्ष कांग्रेस के 2 नेताओं पार्षद शमशेर सिंह खैहरा तथा पार्षद पति गुरनाम सिंह मुल्तानी ने निगम की डिच मशीनों के सामने खड़े होकर अवैध कालोनी पर कार्रवाई किए जाने का विरोध किया।

गौरतलब है कि ‘पंजाब केसरी’ के 26 जून के अंक में विस्तार से समाचार छपा था कि रामामंडी-ढिलवां रोड पर गुरु अंगद देव पब्लिक स्कूल के सामने धड़ल्ले से अवैध कालोनी काटी जा रही हैं और यह काम क्षेत्र के कांग्रेसी नेताओं द्वारा ही अंजाम दिया जा रहा है। समाचार छपने के बाद आज निगम कमिश्रर के निर्देशों पर ढिलवां रोड पर कट रही अवैध कालोनी में डिच मशीनें भेजी गईं। इसके लिए निगम के एम.टी.पी. लखबीर सिंह, ए.टी.पी. तथा इंस्पैक्टरों की ड्यूटी लगाई गई। जैसे ही यह टीम डिच मशीनें लेकर उक्त अवैध कालोनी में दाखिल हुई, वैसे ही साथ लगते लद्देवाली वार्ड के कांग्रेसी पार्षद शमशेर सिंह खैहरा तथा पार्षद पति गुरनाम सिंह मुल्तानी ने डिच मशीन का रास्ता रोक लिया और निगम की कार्रवाई का विरोध किया।

मौके पर मौजूद अधिकारियों ने दोनों कांग्रेसी नेताओं को काफी समझाया परंतु उन्होंने कार्रवाई नहीं होने दी, जिस कारण निगम टीम को बिना कार्रवाई किए वापस लौटना पड़ा। इससे निगम अधिकारियों की काफी बेइज्जती भी हुई। पता चला है कि मौके पर कांग्रेसी पार्षदों की निगम कमिश्रर से टैलीफोन पर बात भी हुई, जिस दौरान कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि वे इस कालोनी का सी.एल.यू. पास करवा लेंगे तथा फाइल निगम में सबमिट कर दी जाएगी। उलटे पांव लौटी निगम टीम ने कमिश्रर को पूरे घटनाक्रम से अवगत करवा दिया है। अब यह कमिश्रर पर है कि वह इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं।
 
क्या अब बाकी कालोनियों पर कार्रवाई कर पाएगा निगम?
अवैध कालोनी के मामले में कार्रवाई करने गई नगर निगम की टीम को रोकने की कार्रवाई आज जिस प्रकार ढिलवां क्षेत्र में हुई, उससे शहर में नई चर्चा शुरू हो गई है कि क्या निगम इसके बाद किसी अन्य अवैध कालोनी पर कार्रवाई कर पाएगा। अगर सभी जगह निगम की डिच मशीन को ऐसे रोका जाने लगा तो सरकारी मशीनरी और इतने बड़े तंत्र की जरूरत ही क्या है। फिर तो हर कोई किसी न किसी राजनेता का संरक्षण लेकर हर तरह का काम करने लगेगा। गौरतलब है कि पार्षद हाऊस की बैठक में रामामंडी क्षेत्र के ही कांग्रेसी पार्षदों ने अवैध निर्माणों के मामले में निगम स्टाफ की नालायकी का मुद्दा उठा कर उनकी सस्पैंशन की मांग की थी और अब यही कांग्रेसी पार्षद सरेआम अवैध निर्माणों को संरक्षण देते दिख रहे हैं। माना जा रहा है कि पॉलीटिकल प्रैशर का यह मामला हाईकोर्ट में भी उठाया जा सकता है।

निगम ने तोड़ी परशुराम कालोनी
ढिलवां रोड पर गुरु अंगद देव स्कूल के सामने कट रही अवैध कालोनी पर कार्रवाई करने की हिम्मत तो निगम नहीं जुटा पाया परंतु ट्रांसपोर्ट नगर से आगे गौशाला के निकट अवैध रूप से काटी जा रही परशुराम कालोनी पर निगम टीम ने डिच मशीनें चला दीं। वहां काटी जा रही कालोनी की सड़कों को तोड़ दिया गया और सीवर डालने के लिए लाई गई पाइपों को तहस-नहस कर दिया गया। यह कार्रवाई सुबह-सुबह की गई ताकि कोई विरोध न कर सके। इस कार्रवाई का नेतृत्व एम.टी.पी. लखबीर सिंह ने किया।

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