नवजोत सिद्धू की छापेमारी ने खोली विधायकों की पोल : दीवान अमित अरोड़ा

punjabkesari.in Sunday, Jun 17, 2018 - 10:35 AM (IST)

जालंधर (राहुल): स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा जालंधर महानगर के सभी विधानसभा क्षेत्रों में गत दिवस अवैध कालोनियों, बिल्डिंगों व अवैध निर्माण पर छापेमारी की गई। इस दौरान छावनी के विधायक परगट सिंह को छोड़कर अन्य किसी विधायक को सिद्धू की छापेमारी की कोई सूचना नहीं दी गई।

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व प्रदेश भाजपा के पूर्व सचिव व प्रवक्ता दीवान अमित अरोड़ा ने आज एक प्रैस विज्ञप्ति में कांग्रेसी विधायकों पर हमला करते हुए बताया कि नवजोत सिद्धू की छापेमारी ने महानगर के सभी विधायकों की पोल खोलकर रख दी है, जिससे सिद्ध होता है कि परगट सिंह को छोड़कर बाकी सभी विधायकों की सांठ-गांठ भू-माफिया से है।

उन्होंने कहा कि केवल परगट सिंह ही ऐसे विधायक थे, जिन्होंने स्वयं अपने क्षेत्र में सिद्धू को अवैध निर्माण का निरीक्षण करवाया और दूसरे दिन निगम कर्मचारियों द्वारा अवैध निर्माण गिराए जाने में किसी प्रकार का विरोध नहीं किया। अन्य सभी विधायकों द्वारा सिद्धू के एक्शन व दूसरे दिन अवैध निर्माण गिराए जाने का विरोध किया गया। इतना ही नहीं वैस्ट हलके के विधायक व केंद्रीय हलके से एक कांग्रेसी पार्षद द्वारा नवजोत सिद्धू के पुतले तक जलाए गए।

दीवान अरोड़ा ने कहा कि सिद्धू के एक्शन से यह स्पष्ट होता है कि छावनी हलके को छोड़ अन्य तीनों विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेसी विधायकों की सहमति से अवैध निर्माण हो रहा है और इसमें इन विधायकों की मिलीभगत है। जहां तक सिद्धू की मुहिम से कांग्रेसी पार्षदों की भी पोल खुली है कि वह भी अवैध कालोनियों के कारोबार में लोगों को दोनों हाथ से लूटने में लगे हुए हैं व सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इन सब बातों से स्पष्ट होता है कि कांग्रेसी नेता जनता की सेवा करने की बजाए अपनी सेवा करने में लगे हुए हैं। उधर, इन कांग्रेसी विधायकों व पार्षदों के दबाव में काम करने वाले निगम कर्मचारी भी गहरे सदमे में हैं, जिन्होंने अवैध निर्माण में अपनी आंखें मूंदे रखीं और आज सस्पैंड होने का दंश झेल रहे हैं।

Anjna