सिद्धू के एक्शन पर मचा राजनीतिक तूफान, रंग लाया जालंधर के विधायकों, सांसद तथा मेयर का दबाव

punjabkesari.in Monday, Jun 18, 2018 - 10:17 AM (IST)

जालंधर(खुराना): लोकल बाडीज मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कुछ दिन पहले एकाएक जालंधर शहर में छापेमारी करके अवैध रूप से बनी 35 बिल्डिंगों व कालोनियों पर दबिश दी थी और मौके पर ही अवैध निर्माणों पर कमियां गिनाते हुए शाम को बिल्डिंग विभाग के 8 बड़े अधिकारियों को सस्पैंड और 2 अन्य को चार्जशीट करने के आदेश जारी किए थे। 

मामला मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंचा
सिद्धू की छापेमारी के अगले ही दिन लोकल बॉडीज विभाग के बड़े अधिकारियों ने चंडीगढ़ से आकर जालंधर में तोडफ़ोड़ की कार्रवाई शुरू करवा दी थी जिसके तहत सबसे पहले माडल टाऊन के संघा चौक में 3 बड़ी बिल्डिंगों को तहस-नहस कर दिया गया। उसके बाद भी सिलसिला रुका नहीं तथा अगले दिन बस स्टैंड क्षेत्र में बनी 15 अवैध दुकानों पर डिच चलाने के साथ-साथ ग्रीन माडल टाऊन में एक बिल्डिंग को तोड़ दिया गया। विधायक सुशील रिंकू ने वैस्ट क्षेत्र में तोडफ़ोड़ की कार्रवाई करने गई डिच मशीनों का रास्ता रोक लिया और डिच मशीनों पर चढ़कर सिद्धू के एक्शन का जबरदस्त विरोध किया। इसके बाद विधायक राजेन्द्र बेरी, विधायक बावा हैनरी, सांसद चौ. संतोख सिंह तथा मेयर जगदीश राजा ने भी नवजोत सिद्धू की शहर में गुपचुप एंट्री और विधायकों तथा मेयर की सलाह के बगैर तोड़-फोड़ शुरू कर देने पर विरोध जताया। मामला मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंचा। जहां से आज निगम कमिश्नर को ऑर्डर पहुंच गए कि सोमवार को शहर में होने वाली तोडफ़ोड़ की कार्रवाई रोक दी जाए। पत्र मिलने के बाद निगम प्रशासन ने सोमवार को डैमोलेशन ड्राइव बंद रखने का फैसला लिया है।

सोमवार को हो सकते हैं सस्पैंशन आर्डर
नगर निगम जालंधर में सोमवार का दिन काफी चहल-पहल भरा हो सकता है। इस दिन नवजोत सिद्धू के निर्देशों पर चीफ विजीलैंस आफिसर द्वारा निगम से मिली जांच रिपोर्ट के आधार पर बिल्डिंग विभाग के अधिकारियों को संस्पैशन आर्डर सौंपे जा सकते हैं और चार्जशीटें जारी की जा सकती हैं। अधिकारियों व अवैध निर्माण करने वालों तथा कालोनाइजरों पर एफ.आई.आर. करवाने की तैयारी भी की जा रही है।

बिल्डिंग विभाग के सभी अधिकारियों के बयान कलमबद्ध
सिद्धू ने पूरा मामला निकाय विभाग के चीफ विजीलैंस आफिसर सुदीप मानिक को सौंप दिया है जो विजीलैंस अधिकारियों की टीम के साथ इन दिनों निगम में डटे हुए हैं। सी.वी.ओ. ने सिद्धू द्वारा जांची गई सभी बिल्डिंगों और कालोनियों का फाइलों का रिकार्ड तलब कर लिया है। निगम कमिश्नर डा. बसंत गर्ग ने इस सारे मामले में 2 अधिकारियों को जांच सौंपी है। सभी बिल्डिंगों व कालोनियों की फाइलों की जांच ज्वाइंट कमिश्नर डा. शिखा भगत तथा गुरविंद्र कौर रंधावा के हवाले की गई है। इन दोनों जांच अधिकारियों ने आज निगम कार्यालय बैठकर बिल्डिंग विभाग के सभी अधिकारियों के बयान कलमबद्ध किए और सिद्धू द्वारा जांची गई बिल्डिंगों व कालोनियों में उन अधिकारियों की समय-समय पर रही भूमिका को जांच रिपोर्ट में शामिल किया। 

अकाली दल और भाजपा की ओर से भी हुआ रिंकू के स्टैंड का समर्थन
मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के निर्देशों पर भेजी गई डिच मशीनों का अपने वैस्ट विधानसभा क्षेत्र में डटकर मुकाबला करने वाले कांग्रेसी विधायक सुशील रिंकू को  जिस प्रकार अकाली दल और भाजपा के नेताओं का भी समर्थन मिल रहा है उससे कांग्रेस में भी विधायक रिंकू का कद ऊंचा हुआ है। गौरतलब है कि भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष सन्नी शर्मा ने भी गत दिवस विधायक रिंकू द्वारा आम लोगों के हक में लिए गए स्टैंड की सराहना की थी और आज अकाली विधायक पवन टीनू ने भी आरोप लगाया कि नवजोत सिद्धू वैस्ट विधानसभा क्षेत्र को विशेष निशाना बना रहे हैं। हालांकि वहां ज्यादातर गरीब लोग रहते हैं। अकाली दल भी गरीब लोगों से धक्का नहीं होने देगा। इस बीच विधायक सुशील रिंकू ने फिर अपना स्टैंड दोहराया है कि ऐसी पॉलिसी लाई जाए जिसका लाभ आम जनता तक पहुंचे। 

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