बिल्डिंग बायलाज की नई जोनिंग से शहर को मिलेगी राहत व सुविधा

punjabkesari.in Friday, Jan 24, 2020 - 09:00 AM (IST)

जालंधर(खुराना): पिछले लगभग 30 सालों से शहर में बतौर पार्षद अपनी भूमिका निभाते चले आ रहे कांग्रेसी नेता जगदीश राजा को मेयर पद पर सुशोभित हुए आज 2 साल पूरे हो गए हैं। वर्ष 2018 के शुरू में जब उन्होंने मेयर की कुर्सी संभाली थी, तभी नगर निगम कई चुनौतियों से गुजर रहा था। ज्यादातर चुनौतियां चाहे आज भी कायम हैं परंतु फिर भी बतौर मेयर उन्होंने जालंधर निगम में 2 साल क्या-क्या कार्य किए इसे लेकर पेश हैं उनसे हुई विशेष भेंट के अंश:

33 करोड़ से बनेंगी शहर की नई सड़कें
मेयर ने बताया कि इस समय शहर की सड़कों की हालत ज्यादा अच्छी नहीं है परंतु मौसम की खराबी के कारण लुक-बजरी वाली सड़कें बन नहीं पा रहीं। 33 करोड़ रुपए की राशि से ऐसी सड़कों का निर्माण मौसम साफ होते ही कर दिया जाएगा, जिससे शहर की मुख्य समस्या खत्म हो जाएगी। विभिन्न वार्डों में कंक्रीट वाली सड़कों का निर्माण जारी है।

1000 से ज्यादा पशु गौशालाओं में भेजे
मेयर राजा ने बताया कि उन्होंने दो सालों में 1000 से ज्यादा आवारा पशु विभिन्न गौशालाओं में भेजे, जिससे समस्या में कुछ कमी आई है परंतु दूसरे कस्बों, गांवों व शहरों से आवारा पशुओं के आने का सिलसिला रुक नहीं रहा। नगर निगम ने शाहकोट तथा फरीदकोट स्थित गौशालाओं से अनुबंध करके नियमित रूप से पशु वहां भेजने का पुख्ता प्रबंध कर रखा है।

15000 से ज्यादा कुत्तों के नसबंदी आप्रेशन हुए
श्री जगदीश राजा ने बताया कि एनिमल बर्थ कंट्रोल कार्यक्रम के तहत आवारा कुत्तों की नसबंदी का जो प्रोजैक्ट उनके कार्यकाल में शुरू हुआ वह सफलतापूर्वक चल रहा है और अब तक 15000 से ज्यादा कुत्तों के नसबंदी आप्रेशन किए जा चुके हैं। केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी तथा विभागों द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों का पालन करते हुए यह प्रोग्राम चल रहा है, जिस कारण आप्रेशन करने के बाद कुत्तों को दोबारा उसी स्थान पर छोड़ा जा रहा है। समस्या चाहे पूरी तरह खत्म नहीं हुई परंतु कम अवश्य हुई है।

सुपर सक्शन मशीनों से कई क्षेत्रों को राहत
उनके कार्यकाल दौरान सुपर सक्शन मशीनों से शहर की मेन सीवर लाइनों की सफाई के अलावा छोटी सड़कों पर भी काम जारी है, जिससे बरसाती पानी खड़ा होने की समस्या के अलावा सीवर जाम से भी कई क्षेत्रों को राहत मिली है। सुपर सक्शन का काम लगातार जारी है, जिसके पूरा होते ही शहर को बड़ी समस्या से निजात मिलेगी।

नए टाऊनहाल का निर्माण जल्द होगा
श्री राजा ने कहा कि निगम के पास उचित टाऊनहाल का प्रबंध न होने के कारण पार्षदों को बैठक करने में समस्या आती थी जिसके चलते मेन बिल्डिंग की छत पर नए टाऊनहाल का निर्माण जल्द शुरू होने वाला है। डिजाइन तथा अन्य औपचारिकताएं पूर्ण की जा चुकी हैं।

सरकार से लेने हैं करीब 70 करोड़
मेयर ने कहा कि इस समय नगर निगम वित्तीय रूप से सक्षम है और इसने जी.एस.टी. तथा एक्साइज शेयर के रूप में पंजाब सरकार से करीब 70 करोड़ रुपए लेने हैं जिनके मिलते ही शहर में विकास कार्य तेजी से शुरू कर दिए जाएंगे। पैसों की तंगी के कारण कोई काम रोका नहीं गया बल्कि सभी वार्डों में विकास कार्य चल रहे हैं।

जोनिंग का प्रस्ताव पास, रुकेगा अवैध बिल्डिंगों का सिलसिला
मेयर राजा कहते हैं कि शहर में मूलभूत सुविधाओं की समस्याओं के अलावा अवैध निर्माणों का मुद्दा भी लगातार चर्चा में है। सिर्फ अदालती निर्देशों के आधार पर ही इन पर काबू नहीं पाया जा सकता इसलिए पहली बार जालंधर निगम में बिल्डिंग बॉयलाज की नए सिरे से जोनिंग का प्रस्ताव पास करके सरकार को भेजा गया, जिसे चंडीगढ़ से भी मंजूरी मिल चुकी है। इस जोनिंग के अनुसार अब कम चौड़ी सड़कों पर भी कमर्शियल निर्माण किए जा सकेंगे और अंदरुनी बाजारों इत्यादि में भी दुकान या बिल्डिंग बनाने के नियम सरल किए जाएंगे। इससे शहर को राहत व सुविधा मिलेगी तथा बिल्डिंग ब्रांच का भ्रष्टाचार व मनमानी भी कम होगी।

महीने-दो महीने में शुरू होने जा रहे हैं स्मार्ट सिटी के कई काम : मेयर
मेयर जगदीश राजा तथा निगम कमिश्नर दीपर्व लाकड़ा ने इस विशेष भेंट के दौरान स्मार्ट सिटी के प्रोजैक्टों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि फिलहाल स्मार्ट सिटी के कई महत्वपूर्ण प्रोजैक्ट टैंडरिंग प्रक्रिया से गुजर रहे हैं और महीने-दो महीने में ही कई प्रोजैक्ट शुरू होने जा रहे हैं, जिससे शहर की नुहार बदलनी प्रारंभ हो जाएगी।

स्मार्ट सिटी में खर्च होने हैं 1984 करोड़
जगदीश राजा तथा कमिश्नर लाकड़ा ने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत जालंधर में 101 वर्ग किलोमीटर एरिया में कुल 1984 करोड़ रुपए खर्च होने हैं जिनमें से ए.बी.डी. एरिया में 952 करोड़ तथा पूरे शहर में 1032 करोड़ रुपए खर्चे जाने हैं। कम्पनी बाग के करीब 80 करोड़ के फंड पड़े थे जिनमें से 16 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं।

कूड़े की समस्या पर युद्ध स्तर पर काम
मेयर-कमिश्नर ने माना कि शहर में कूड़े की समस्या बरकरार है परंतु इस पर युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। जल्द ही वरियाणा गांव में बायोमाइनिंग प्लांट का काम शुरू हो जाएगा। सड़कों की सफाई के लिए एक स्वीपिंग मशीन खरीदी जा चुकी है और दूसरी जल्द निगम को मिल जाएगी। इसके अलावा स्वच्छ भारत मिशन के तहत भी पिट कम्पोस्टिंग, एम.आर.एफ. यूनिट तथा कूड़े को मैनेज करने वाली मशीनें लगने जा रही हैं। प्लास्टिक विरोधी अभियान तेजी से जारी है। आने वाले समय में इन सभी अभियानों का असर ग्राऊंड लैवल पर दिखने लगेगा।

एल.ई.डी. प्रोजैक्ट भी अंतिम चरण में
स्मार्ट सिटी के तहत 49 करोड़ की लागत से शहर में 75000 पुरानी स्ट्रीट लाइटों को बदले जाने का प्रोजैक्ट अंतिम चरण में है। दो कम्पनियों ने इस प्रोजैक्ट में रुचि दिखाई परंतु टैंडरों की शर्त के मुताबिक 3 कम्पनियों की भागीदारी आवश्यक थी। अब दोबारा टैंडर लगाए गए हैं, जो फरवरी के शुरू में सिरे चढ़ जाएंगे और फरवरी अंत तक शहर में एल.ई.डी. लाइटें लगाने का काम शुरू हो सकता है।

सर्फेस वाटर पर लगेंगे 800 करोड़
मेयर व कमिश्नर ने बताया कि सर्फेस वाटर प्रोजैक्ट के तहत स्मार्ट सिटी से 800 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे और आदमपुर स्थित नहर से पानी जालंधर तक लाकर इसे पीने योग्य बनाया जाएगा। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है, जिसके फाइनल होते ही प्रोजैक्ट तीव्र गति से शुरू हो जाएगा।

748 करोड़ के प्रोजैक्ट टैंडरिंग प्रोसैस में
स्मार्ट सिटी के कार्यों में आई तेजी बारे बताते हुए मेयर राजा व कमिश्नर लाकड़ा ने कहा कि 748 करोड़ के प्रोजैक्ट टैंडरिंग प्रोसैस में हैं जिनमें बर्ल्टन पार्क स्पोर्ट्स हब, कंट्रोल एंड कमांड सैंटर, बिस्त दोआब नहर के सौन्दर्यीकरण, स्मार्ट रोड्स के निर्माण तथा स्टार्म वाटर सीवर लाइनें डालने के प्रोजैक्ट शामिल हैं। अगले कुछ महीनों के दौरान ज्यादातर प्रोजैक्ट ग्राऊंड लैवल पर शुरू हो जाने से शहर की नुहार बदलनी शुरू हो जाएगी।

Edited By

Sunita sarangal