अब ट्रोमा वार्ड में होगा नवजात बच्चें का उपचार

punjabkesari.in Wednesday, Jul 18, 2018 - 10:26 AM (IST)

जालंधर(शौरी): अब बीमार बच्चों को ठीक करने के लिए सिविल अस्पताल के ट्रोमा वार्ड में 2 वैंटीलेटर पहुंच चुके हैं। गौर हो कि अस्पताल में वैंटीलेटर न होने के कारण नवजात बच्चों के परिजनों को प्राइवेट अस्पताल का रुख करना पड़ता था लेकिन अब इस समस्या का हल मैडीकल सुपरिंटैडैंट डा. बावा ने निकाल दिया है। ट्रोमा वार्ड के आई.सी.यू. में वैंटीलेटर पहुंच चुके हैं। आज प्रशासनिक अधिकारी भी ट्रोमा वार्ड पहुंचे और चैक किया कि वैंटीलेटर मशीन कब शुरू होगी। ट्रोमा के स्टाफ को इस बाबत ट्रेनिंग भी दी जाएगी ताकि वे नवजात बच्चों की केयर कर सकें। इसके साथ ही जो वैंटीलेटर ट्रोमा वार्ड में लगाए गए हैं, वे बच्चों के साथ बाकी लोगों का भी उपचार करने में समक्ष हैं।

बच्चों को इंफैक्शन होने का डर : स्टाफ
वहीं दूसरी ओर नवजात बच्चों को ऑक्सीजन देने के लिए जो वैंटीलेटर ट्रोमा वार्ड में लगाए जा रहे हैं, को लेकर ट्रोमा वार्ड के स्टाफ में रोष पाया जा रहा है। नाम न छापने पर स्टाफ ने बताया कि नवजात बच्चों को ट्रोमा वार्ड में डालना बिल्कुल गलत है, क्योंकि वहां हादसों में शिकार व घायल लोग ही दाखिल होते हैं। कई बार तो अज्ञात लोगों से बदबू इतनी आती है कि वार्ड से लोग बाहर चले जाते हैं। इससे बच्चों को इंफैक्शन होने का डर बना रहेगा। इसके अलावा पहले से ही ट्रोमा वार्ड में स्टाफ पर काम का बोझ अधिक है।
 

Vatika