NIT जालंधर और आई.के.जी.पी.टी.यू. ने पांच दिवसीय ड्रोन टेक्नोलॉजी बूटकैम्प का किया उद्घाटन

punjabkesari.in Monday, May 27, 2024 - 05:26 PM (IST)

जालंधर : NIT ने आई के गुजराल पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय (आईकेजीपीटीयू) कपूरथला के सहयोग से "डीएफडीए ड्रोन फंडामेंटल्स, डेवलपमेंट्स, एंड एप्लिकेशंस" शीर्षक से पांच दिवसीय बूटकैम्प का शुभारंभ किया। यह गहन कार्यक्रम 27 मई से 31 मई 2024 तक चलेगा और यह इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) की मानव संसाधन में क्षमता निर्माण के लिए मानवरहित हवाई प्रणाली (यूएएस) और संबंधित तकनीकों की पहल का हिस्सा है।

बूटकैम्प का नेतृत्व मुख्य अन्वेषक प्रो. अरुण खोसला द्वारा किया गया है और सह-प्रमुख अन्वेषक डा. हेमंत, डा. समयवीर सिंह और डा. ओ.पी. वर्मा के साथ-साथ एनआईटी जालंधर से टीम के सदस्य डा. संदीप वर्मा, सुहैल मोही उल दीन और कोमल भी इस परियोजना में शामिल हैं। आईकेजीपीटीयू के ईसीई विभाग के प्रमुख प्रो. सतवीर सिंह भी इस आयोजन में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

उद्घाटन समारोह के दौरान डा. हेमंत ने यूएएस परियोजना में मानव संसाधन क्षमता निर्माण के पीछे की दृष्टि को प्रस्तुत किया और पाठ्यक्रम की सामग्री का अवलोकन दिया। प्रो. सतवीर सिंह ने ड्रोन प्रौद्योगिकी के महत्व और इसके तेजी से विकास पर जोर देते हुए प्रतिभागियों को कार्यक्रम के दौरान सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया। इस बूटकैम्प की एक विशिष्ट विशेषता उद्योग विशेषज्ञों द्वारा सत्रों का एकीकरण और नवीनतम ड्रोन हार्डवेयर के साथ व्यावहारिक कार्यशालाएं हैं। सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव का यह संयोजन एक व्यापक शिक्षण वातावरण सुनिश्चित करता है, जिससे प्रतिभागियों को ड्रोन अनुप्रयोगों और सुरक्षा प्रोटोकॉल की गहन समझ प्राप्त होती है।

45 उत्साही प्रतिभागियों के साथ बूटकैम्प सहयोगात्मक शिक्षण और कौशल विकास के लिए एक जीवंत वातावरण का वादा करता है। इस कार्यक्रम के दौरान सांझा किए गए ज्ञान और प्रतिभागियों की मानवरहित हवाई प्रणालियों के क्षेत्र में विशेषज्ञता को काफी हद तक बढ़ाने की उम्मीद है। आयोजकों को विश्वास है कि यह बूटकैम्प ड्रोन प्रौद्योगिकी के तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र में मानव संसाधनों को उन्नत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
 


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Content Editor

Subhash Kapoor

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