अब चीफ विजीलैंस ऑफिसर करेंगे अवैध बिल्डिंगों की जांच!

punjabkesari.in Monday, Jul 23, 2018 - 08:21 AM (IST)

जालंधर (खुराना): पिछले करीब डेढ़ महीने से जालंधर की अवैध बिल्डिंगों व कालोनियों का मामला पूरे पंजाब में गर्माया हुआ है। लोकल बॉडीज मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की अचानक छापेमारी के बाद जिस प्रकार अवैध बिल्डिंगों पर डिच मशीनें चलीं और अन्य घटनाक्रम हुए, उससे जालंधर का राजनीतिक नेतृत्व काफी परेशान हुआ और मामला मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंचा जिन्होंने अवैध बिल्डिंगों के मालिकों को तत्काल राहत देते हुए विजीलैंस जांच का काम बंद करवा दिया। 

स्टेट विजीलैंस ब्यूरो द्वारा 93 बिल्डिंगों की जांच का काम बंद कर दिए जाने के बावजूद अवैध बिल्डिंगों पर से अभी विजीलैंस का साया दूर नहीं हुआ है और अब लोकल बॉडीज के विजीलैंस विंग ने शहर की कई अवैध बिल्डिंगों की जांच का काम शुरू कर दिया है। करीब डेढ़ महीने पहले आर.टी.आई. कार्यकत्र्ता सिमरनजीत सिंह की शिकायतों के आधार पर 93 अवैध बिल्डिंगों व कालोनियों की जांच शुरू हुई थी और अब एक अन्य आर.टी.आई. कार्यकत्र्ता रविंद्रपाल सिंह चड्ढा की शिकायतों के आधार पर चीफ विजीलैंस ऑफिसर ने कई बिल्डिंगों की जांच का काम शुरू कर दिया है। लोकल बॉडीज के डायरैक्टर कार्यालय द्वारा विभाग के चीफ विजीलैंस ऑफिसर को 9 जुलाई को लिखे एक पत्र में रविंद्रपाल सिंह चड्ढा की सभी शिकायतों को सी.वी.ओ. के पास भेज दिया गया है। 

निगमाधिकारियों विरुद्ध भी हैं शिकायतें 
सिमरनजीत सिंह ने जहां 93 बिल्डिंगों की शिकायत के साथ-साथ नगर निगम के पूर्व कमिश्नर डा. बसंत गर्ग विरुद्ध राज्य के पर्सोनल विभाग में शिकायत दे रखी है और वहां सिमरनजीत ने एफिडेविट भी दायर कर दिया है, वहीं रविंद्रपाल सिंह चड्ढा की शिकायतों में बिल्डिंग ब्रांच से जुड़े कई अधिकारियों के नाम हैं जिनके विरुद्ध लगाए गए आरोपों की जांच अब चीफ विजीलैंस ऑफिसर द्वारा की जाएगी। 
गौरतलब है कि रविंद्रपाल सिंह चड्ढा ने समय-समय पर अवैध बिल्डिंगों बारे शिकायतें मंत्री, पिं्रसीपल सैक्रेटरी, डायरैक्टर तथा निगम कमिश्नर को भेजी थीं। इन सभी शिकायतों में बिल्डिंग विभाग के अधिकारियों को भ्रष्ट बताते हुए उनके विरुद्ध कई तरह के आरोप लगाए गए थे। अब इन सभी शिकायतों को जांच के लिए सी.वी.ओ. पास भेज दिया गया है जिससे आने वाले समय में बिल्डिंग विभाग के अधिकारियों के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। 

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