10 एयरलाइन्स के 5 जी.एस.ए. दफ्तर पिछले कई दिनों से बंद

punjabkesari.in Thursday, Jun 14, 2018 - 07:36 AM (IST)

जालंधर(अमित): पूरे पंजाब में ट्रैवल एजैंट लाइसैंस रजिस्ट्रेशन को लेकर पिछले कुछ दिनों से इस ट्रेड से जुड़े कारोबारियों में दहशत का माहौल देखने को मिल रहा है, क्योंकि सिविल व पुलिस प्रशासन द्वारा कड़े कदम उठाते हुए बिना लाइसैंस काम कर रहे कारोबारियों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करने और गिरफ्तारी तक डालने की कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है। इससे जहां एक तरफ आम कारोबारी बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं वहीं दूसरी तरफ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आप्रेट करने वाली एयरलाइन्स कम्पनियां भी इससे अछूती नहीं हैं।

अगर केवल पंजाब की बात करें तो जालंधर जिसे ट्रैवल हब के तौर पर मान्यता प्राप्त है, में लगभग 9-10 एयरलाइन्स कम्पनियों के लिए पूरे देश में एक्सक्लूसिव काम करने वाले 5 जी.एस.ए. (जनरल सेल्स एजैंट) भी मौजूदा समय के अंदर भुक्तभोगी बने हुए हैं और कई दिनों से संभावित कार्रवाई के डर से अपने-अपने दफ्तर बंद करके बैठे हैं। 

10-12 दिन से हैं दफ्तर बंद, हजारों यात्री हो रहे परेशान
पिछले 10-12 दिन से सिविल व पुलिस प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई की वजह से सभी जी.एस.ए. दफ्तर बंद पड़े हुए हैं जिस कारण इन दिनों भारत आने वाले और यहां से जाने वाले हजारों की गिनती में यात्री परेशानी झेल रहे हैं। यात्रियों को अपनी समस्या के समाधान के लिए दिल्ली का रुख करना पड़ रहा है जिससे बड़ी गिनती में लोगों को आर्थिक व मानसिक नुक्सान हो रहा है। मगर मुख्य रूप से टिकट की डेट-चेंज, रूट चेंज, एक्स्ट्रा बैगेज सुविधा, विशेष सीट अलॉटमैंट, स्पैशल हैंडलिंग आदि कुछ ऐसी सेवाएं हैं जिनको लेकर यात्री परेशानी झेल रहे हैं। 

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पंजाब की हो रही काफी किरकिरी
पंजाब एक ऐसा प्रदेश है जहां से बड़ी गिनती में लोग विदेशों में जाकर बसे हुए हैं। हर साल लाखों की तादाद में एन.आर.आई. और अन्य लोग पंजाब से विदेश व विदेश से पंजाब में हवाई सफर करते हैं। ऐसे में पिछले कई दिनों से जी.एस.ए. दफ्तर बंद होने से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पंजाब की काफी किरकिरी हो रही है जिसका सीधा असर यहां आने वाले एन.आर.आइज की गिनती पर भी पडऩे की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।

क्या होता है जी.एस.ए. और इसका काम?
जी.एस.ए. उस कम्पनी को कहते हैं जो किसी भी एयरलाइन्स के लिए पूरे देश में एक्सक्लूसिव कारोबार देखती है। उक्त कम्पनियां किसी खास एयरलाइन्स का प्रतिनिधित्व करती हैं और अगर किसी भी टिकटिंग एजैंट, ट्रैवल एजैंट या आम जनता को किसी भी एयरलाइन्स के साथ कोई काम होता है, तो वह इन्हीं जी.एस.ए. की मदद से सम्पन्न किया जाता है। पूरे देश में बतौर जी.एस.ए. काम करने वाली कम्पनियां मुख्य तौर पर अपनी एयरलाइन्स के ब्रांच ऑफिस के तौर पर ही काम करते हैं। इनका सीधे तौर पर टिकट बेचने में कोई लेना-देना नहीं होता है, ये केवल एयरलाइन्स और एजैंट व जनता के बीच एक पुल का काम करते हैं। 

एयरलाइन्स की तर्ज पर जी.एस.ए. को मिलनी चाहिए विशेष छूट : अनामी आहूजा
चाइना एयरलाइन्स के जी.एस.ए. दफ्तर के प्रतिनिधि अनामी आहूजा का कहना है कि जिस प्रकार से सरकार ने एयरलाइन्स को उनके रिजनल दफ्तरों के लिए इस प्रक्रिया से छूट प्रदान की है। वैसे ही जी.एस.ए. को भी मिलनी चाहिए क्योंकि हमारा किसी प्रकार के कारोबार से सीधे तौर पर कोई संबंध ही नहीं है। हम तो केवल एक माध्यम के तौर पर कस्टमर सॢवस प्रदान करने में मदद करते हैं इसलिए प्रशासन को चाहिए कि वह जी.एस.ए. की खास तौर पर सहायता करके उन्हें इस परेशानी से निजात दिलाएं। 

Anjna