स्नैचर लोगों की मदद के बहाने ATM से निकालते थे पैसे, गिरफ्तार

punjabkesari.in Wednesday, Feb 26, 2020 - 08:30 AM (IST)

जालंधर(वरुण): जेल में ए.टी.एम. बदल कर पैसे ठगने की योजना बनाई और फिर बाहर आने पर लोगों को 2 महीने से ठग रहे स्नैचर व नशेड़ी को सी.आई.ए. स्टाफ-1 की टीम ने गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी 2 माह पहले ही नशा व स्नैङ्क्षचग के केस से जमानत पर रिहा होकर आए थे। आरोपियों ने जनवरी माह में मॉडल टाऊन इलाके में एक महिला से पर्स भी छीना था। 

ए.डी.सी.पी. इंवैस्टीगेशन गुरमीत सिंह ने बताया कि सी.आई.ए. स्टाफ-1 के इंचार्ज हरमिंद्र सिंह के नेतृत्व में उनकी टीम ने पृथ्वी नगर चौक पर नाकाबंदी की थी। इस दौरान एक बिना नंबर के बाइक को आता देख सी.आई.ए. स्टाफ ने उसे रुकने का इशारा किया तो चालक ने बाइक को भगाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने बाइक पर सवार दोनों को काबू कर लिया। तलाशी लेने पर दोनों युवकों से 2 दातर बरामद हुई जबकि अलग-अलग बैंकों के 4 ए.टी.एम. कार्ड, एक मोबाइल भी मिला। पूछताछ में आरोपियों की पहचान दीपक कुमार उर्फ दीपू पुत्र मिश्री लाल निवासी स्टार पैराडाइज कालोनी व सूरज उर्फ मोहित पुत्र जसवीर सिंह निवासी न्यू उपकार नगर के रूप में हुई।

 ए.डी.सी.पी. ने बताया कि सी.आई.ए. स्टाफ द्वारा की गई जांच में पता लगा कि दीपक व सूरज 2 माह पहले ही जेल से आए थे जिन्होंने एक साथ नकोदर, भोगपुर, लम्मा पिंड चौक, शाहकोट, सोढल व रामामंडी समेत अन्य इलाकों में ए.टी.एम. से पैसे निकालने आए लोगों को अपनी बातों में लेकर ए.टी.एम. कार्ड का पासवर्ड ले लेते थे और फिर चालाकी से उनके कार्ड भी बदल लेते थे। 

इसी तरह उक्त आरोपियों ने दर्जन भर के करीब वारदातें कीं जबकि जनवरी-2019 में दोनों आरोपियों ने बरामद हुए बाइक पर ही मॉडल टाऊन इलाके में एक महिला का पर्स भी झपटा था। उक्त आरोपी थाना 2 और थाना मकसूदां की पुलिस को धोखाधड़ी के केस में वांटेड हैं। जांच में पता लगा कि दीपक सोढल इलाके में रेडीमेड कपड़ों की दुकान में काम करता था। 2017 में नशा बेचने लगा। 

2017 में थाना मकसूदां व 2018 में थाना भोगपुर के इलाकों में आरोपी नशा बेचता पकड़ा गया था। आरोपी खिलाफ होशियारपुर के गढ़दीवाल व फगवाड़ा में भी केस दर्ज है। नशा बेचने के केस में दीपक को जेल भेज दिया गया था जहां पर उसकी मुलाकात पेशे से स्नैचिंग करने वाले सूरज के साथ हुई। सूरज खिलाफ भी अलग-अलग थानों में स्नैचिंग के केस दर्ज हैं जिन्होंने जेल में ही सारी प्लानिंग की और 2 माह पहले ही जेल से आने के बाद घटनाओं को अंजाम दिया। सूरज इंडियन ऑयल की गाड़ी में कंडक्टर है।

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