साइकिल सवार कबाडि़ए को रौंदने वाले ट्रक चालक खिलाफ केस दर्ज न करने पर दिया धरना

punjabkesari.in Tuesday, Dec 03, 2019 - 11:33 AM (IST)

जालंधर(वरुण): लम्मा पिंड चौक पर अज्ञात वाहन की चपेट में आने से दम तोडऩे वाले कबाडि़ए के परिजनों ने थाना 8 की पुलिस पर कार्रवाई न करने के आरोप लगाते हुए धरना दे दिया। मृतक के परिजनों ने शव को लम्मा पिंड चौक पर रख कर नारेबाजी की और ट्रक चालक खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग रखी। करीब डेढ़ घंटे के धरने के बाद पुलिस ने ट्रक चालक जीता को नामजद कर लिया जिसके बाद शव को परिजन अपने घर ले गए। 

जानकारी देते मृतक कबाडि़ए दविंद्र उर्फ कालू पुत्र हरबंस लाल निवासी शेखें गांव के ममेरे भाई धॄमद्र कुमार निवासी बलदेव नगर ने बताया कि जब एक्सीडैंट हुआ तो मार्कीट के सभी लोग वहीं मौजूद थे, जिस ट्रांसपोर्ट कम्पनी का ट्रक था, वह भी लम्मा पिंड में स्थित है जिसके कारण मार्कीट के दुकानदार ट्रक व चालक को पहचानने से मुकर गए। ऐसे में उन्होंने खुद अपने स्तर पर ट्रक व चालक का पता करवाया तो पता लगा कि एक्सीडैंट करने वाले ट्रक  को जीता नाम का ड्राइवर चला रहा था। 

आरोप है कि ट्रक चालक के बारे उन्होंने थाना 8 के ए.एस.आई. निर्मल सिंह को जानकारी दी लेकिन उसके बावजूद ट्रक चालक पर कार्रवाई नहीं की गई। सोमवार की दोपहर तक पुलिस टालमटोल करती रही जिससे परेशान होकर मृतक के रिश्तेदारों व समर्थकों ने लम्मा पिंड चौक पर शव रख कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। धरने के कारण चौक पर जाम लग गया जिसके बाद मौके पर थाना 8 के एडीशनल एस.एच.ओ. सुखजीत सिंह, चौकी फोकल प्वाइंट के इंचार्ज संजीव कुमार व पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। प्रदर्शन करते लोगों ने आरोप लगाया कि आई.ओ. ने उनकी एक नहीं सुनी। वहीं, ट्रांसपोर्ट कम्पनी पर आरोप लगाते हुए धॄमद्र ने कहा कि कम्पनी ने हादसा करने वाले ट्रक के खून से सने टायर को भी बदल दिया। 

उधर, धरने के दौरान एस.एच.ओ. सुखजीत सिंह ने उन्हें भरोसा दिया कि एक्सीडैंट करने वाले चालक को बख्शा नहीं जाएगा। एस.एच.ओ. के भरोसे के बाद लोगों ने धरना उठाया। देर शाम इंस्पैक्टर सुखजीत सिंह ने कहा कि ट्रक चालक जीता नाम के व्यक्ति को नामजद कर लिया है। फिलहाल वह फरार है, जिसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। 

परिवार के पास एम्बुलैंस को देने क लिए पैसे नहीं थे, एस.एच.ओ. ने दिए
कबाड़ का काम करने वाला कालू गरीब परिवार से संबंध रखता है। उसके शव को सिविल अस्पताल से पोस्टमार्टम करवा जिस एम्बुलैंस में लम्मा पिंड चौक पर लाया गया था, उस एम्बुलैंस का किराया देने के लिए पीड़ित परिवार के पास पैसे नहीं थे। धरना उठने के बाद पुलिस ने जैसे ही शव घर ले जाने को कहा तो फिर जाकर पता लगा कि परिवार के पास पैसे नहीं हैं। ऐसे में एस.एच.ओ. सुखजीत सिंह ने अपनी जेब से पैसे निकाल कर एम्बुलैंस का किराया दिया। हालांकि शव को लम्मा पिंड चौक से शेखे गांव जाने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं थी जिसके चलते इंस्पैक्टर सुखजीत सिंह ने खुद की सरकारी गाड़ी में शव को रखवा कर मृतक के घर भेजा। एस.एच.ओ. की इस दरियादिली की 
चर्चा इलाके में खूब रही।

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