CM कैप्टन ने फगवाड़ा में हिंदू कार्ड खेल कर भाजपा की उम्मीदों को धराशायी किया

punjabkesari.in Saturday, Oct 26, 2019 - 10:48 AM (IST)

जालंधर(धवन): मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने राज्य की 4 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में 3 सीटें जीत कर जहां समूचे विपक्ष जिसमें अकाली-भाजपा गठबंधन व आम आदमी पार्टी शामिल थी, को धराशायी कर दिया वहीं उन्होंने प्रत्येक विधानसभा सीट को जीतने के लिए अलग-अलग रणनीति पर कार्य किया। फगवाड़ा विधानसभा सीट को कांग्रेस ने लगभग साढ़े 12 वर्षों बाद जीता है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने फगवाड़ा विधानसभा सीट के लिए जो व्यूह रचना तैयार की थी, के तहत उन्होंने फगवाड़ा विधानसभा सीट पर हिंदू कार्ड खेला। 

मुख्यमंत्री के नजदीकी सूत्रों का कहना है कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने फगवाड़ा विधानसभा सीट के लिए जिम्मेदारी हिंदू कांग्रेस मंत्री सुंदर श्याम अरोड़ा को सौंपी। फगवाड़ा को लेकर कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने अपनी रणनीति चुनावों की घोषणा होने के समय तैयार नहीं की थी बल्कि इस पर उन्होंने लगभग 4 महीने पहले ही काम शुरू कर दिया था। कैबिनेट मंत्री अरोड़ा को पहले ही फगवाड़ा में कमान अंदरखाते सौंप दी गई थी तथा अरोड़ा ने पिछले 4 महीनों में लगातार फगवाड़ा के प्रत्येक वार्ड में जाकर मतदाताओं के साथ सम्पर्क साधना शुरू कर दिया था जिसकी भनक भाजपा को नहीं लग सकी। यह सब कुछ मुख्यमंत्री की रणनीति से ही चल रहा था।फगवाड़ा में मुख्यमंत्री ने हिंदू मंत्री को लगाकर जहां भाजपा द्वारा लोकसभा चुनाव में ली गई लीड को खत्म कर दिया, वहीं लम्बे समय के बाद फगवाड़ा सीट को जीतने में भी कामयाबी हासिल की। कांग्रेस ने फगवाड़ा में भाजपा के उम्मीदवार राजेश बाघा को 26,116 वोटों से धराशायी किया। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने पंजाब में शहरी क्षेत्रों में जो खोया था, उसे पा लिया। 2 शहरी विधानसभा सीटों फगवाड़ा तथा मुकरियां जोकि हिंदू सीटें हैं, को कांग्रेस ने भाजपा से छीना। यद्यपि मुकेरियां का प्रतिनिधित्व कांग्रेस ही कर रही थी परन्तु लोकसभा चुनाव में मुकेरियां में भाजपा ने 38,000 की भारी-भरकम बढ़त हासिल कर ली थी जबकि फगवाड़ा सीट पहले ही भाजपा के कब्जे में थी। 

कांग्रेस ने फगवाड़ा में धड़ेबंदी को खत्म करने में सफलता हासिल की 
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने फगवाड़ा विधानसभा सीट में उम्मीदवार के चयन में तुरूप का पत्ता खेलते हुए नए चेहरे को सामने पेश किया तथा उसके बाद कैबिनेट मंत्री सुंदर श्याम अरोड़ा ने कांग्रेस के बिखरे हुए घर को एक लड़ी में पिरो दिया। दूसरी तरफ भाजपा अलग-अलग खेमों में बंटी हुई दिखाई दे रही थी। चुनाव में पूर्व मंत्री जोगिन्द्र सिंह मान भी कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करते रहे तथा कांग्रेस उम्मीदवार के साथ डटे रहे। 

सन्नी देओल का भी नहीं पड़ा असर
भाजपा ने फगवाड़ा में शहरी मतदाताओं को लुभाने के लिए फिल्म अभिनेता का रोड शो भी करवाया जिसमें लोग सन्नी देओल को देखने के लिए तो सड़कों पर आए परन्तु यह वोटों में तबदील नहीं हो सका। सन्नी देओल का रोड शो चाहे सफल रहा लेकिन लोगों ने भाजपा को वोट नहीं डाली। इससे सन्नी देओल का जादू भी फीका पड़ता हुआ दिखाई दिया। सन्नी देओल के साथ भाजपा के दिग्गज नेता भी फगवाड़ा में डटे रहे परन्तु फिर भी उसका कोई असर नहीं हुआ।

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