पंजाब केसरी ग्रुप की ओर से चैस को आगे ले जाना बहुत ही सराहनीय प्रयास : संतोख चौधरी

punjabkesari.in Sunday, Jul 14, 2019 - 01:22 PM (IST)

जालंधर(स.ह.): स्थानीय एस.डी. माडल स्कूल में 2 दिवसीय पंजाब केसरी सैंटर ऑफ चैस एक्सीलैंस प्रतियोगिता का आज शुभारंभ कांग्रेस सांसद चौधरी संतोख सिंह ने किया। प्रतियोगिता में जालंधर सहित पंजाब के अन्य शहरों से लगभग 200 बच्चों ने भाग लिया। 

चैस प्रतियोगिता में अंडर-7, अंडर-9, अंडर-11, अंडर-13, अंडर-15 और ओपन कैटेगरी के मुकाबले करवाए गए। प्रतियोगिता के पहले दिन 2 राऊंड हुए जिसमें ओपन कैटेगरी में दुष्यंत, प्रभुसिमरन सिंह, नित्या, दिव्यांश, वाणी, अंडर-15 में मयंक, अंडर-13 दिव्यम पुरी, जाह्नवी, अंडर 11 में शिव जिंदल, अंडर-9 में अमायरा तथा अंडर-7 में शाश्वत ने बढ़त बना ली है। प्रतियोगिता का इससे पहले शुभारंभ करते हुए सांसद चौधरी ने शतरंज की एक चाल चली। सांसद चौधरी के साथ पंजाब केसरी के निदेशक श्री अभिजय चोपड़ा, निदेशिका साइशा चोपड़ा तथा निदेशक श्री अविनव चोपड़ा सम्मिलित हुए। प्रतियोगिता के पहले दिन शतरंज के तीन राऊंड करवाए गए। रविवार को 2 राऊंड करवाए जाएंगे। जीतने वाले खिलाडिय़ों को रविवार शाम को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा। वहीं प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला 14 जुलाई को खेला जाएगा।चैस प्रतियोगिता के शुभारंभ के समय जालंधर चैस एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा, सुनील धवन, कोच कंवरजीत, चीफ आॢबटर अमित शर्मा, डिप्टी चीफ आॢबटर कीॢत शर्मा, अश्विनी तिवारी, निशांत घई, स्कूल की वाइस पिं्रसीपल मंजू शर्मा व नरेश मौजूद थे।

चैस खेल को आगे ले जाने में पूरी मदद करेंगे :  चौधरी
वहीं सांसद संतोख चौधरी ने कहा कि चैस एक नॉर्मल खेल नहीं है बल्कि दिमागी खेल है। इससे दिमाग की एक्सरसाइज होती है। इसकी सबसे खास बात यह है कि यह खेल बच्चों को फोन से दूर रखता है। छोटी उम्र से बच्चों का भविष्य अच्छा बनाने में काफी मददगार हो सकता है। आज विश्व स्तर पर वही व्यक्ति तरक्की कर सकता है जो हर काम में आगे रहता है। पंजाब केसरी ग्रुप की ओर से चैस को आगे ले जाना बहुत ही सराहनीय प्रयास है तथा इस खेल को और आगे ले जाने में इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में जो भी जरूरत होगी, उसे वह पूरा करने में सहयोग देंगे। 

उत्तर भारत में जालंधर को बनाना है बैस्ट : जे.एस. चीमा
जालंधर चैस एसोसिएशन के अध्यक्ष जे.एस. चीमा ने कहा कि चैस के खेल को जिस तरह से आगे ले जाने के लिए काम हो रहा है, उसे देखते हुए वह दिन दूर नहीं जब जालंधर उत्तर भारत का बैस्ट चैस सैंटर बन जाएगा। यह चैस का केंद्र बने इसे लेकर हम सभी प्रयासरत रहेंगे। यही कारण है कि आज छोटे बच्चे भी चैस प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं। 

दिमाग की गेम है चैस : बबिता
एस.डी. माडल स्कूल की प्रिंसीपल बबिता जोशी ने कहा कि चैस खेल दिमाग का खेल है। खिलाडिय़ों को बहुत ही सोच-समझ कर चाल चलनी पड़ती है। यह बच्चों को फोन से दूर रखने में मदद करता है।

अपने शहर को मिले ग्रैंड मास्टर : अभिजय चोपड़ा

पंजाब केसरी ग्रुप के डायरैक्टर श्री अभिजय चोपड़ा ने कहा कि पंजाब केसरी की ओर से इस बार 13वीं पंजाब केसरी सैंटर ऑफ चैस एक्सीलैंस प्रतियोगिता करवाई गई है। चैस प्रतियोगिता का सफर काफी लम्बा चलेगा क्योंकि इसका मकसद न केवल बच्चों में इस खेल के प्रति रुचि बढ़ाना है बल्कि जालंधर को इस खेल का ग्रैंड मास्टर हासिल करवाना भी है। चैस के इस सफर को एक मुकाम तक पहुंचाने के लिए लगातार प्रयास जारी रहेंगे।

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