लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु मेहनत जरूरी : डा. गुरिन्द्र चावला

punjabkesari.in Saturday, Nov 09, 2019 - 10:12 AM (IST)

जालंधर(रत्ता): एन.एच.एस. (नासा एंड हब सुपर स्पैशिएलिटी) अस्पताल, कपूरथला रोड द्वारा शुक्रवार को आयोजित की गई रिजनल ब्रेन बी क्विज में आर्मी पब्लिक स्कूल, जालंधर कैंट की छात्राएं श्रुति मजूमदार व सायरा बानो क्रमश: पहले व दूसरे स्थान पर रहीं। इंडियन एकैडमी ऑफ न्यूरोलॉजी के तत्वावधान में एन.एच.एस. अस्पताल के डायरैक्टर एंड न्यूरोलॉजिस्ट डा. संदीप गोयल की देखरेख में आयोजित इस रिजनल ब्रेन बी (न्यूरो साइंसिज क्विज) का उद्घाटन मुख्यातिथि सिविल सर्जन डा. गुरिन्द्र कौर चावला ने ज्योति प्रज्वलित करके किया। 

क्विज में हिस्सा लेने वाले विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिंदगी में किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु लगन व मेहनत बहुत जरूरी है। डा. चावला ने विद्यार्थियों को सफलता हेतु शुभकामनाएं भी दीं।
इससे पूर्व डा. गोयल ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए बताया कि यह क्विज पूरे भारत में क्षेत्रीय स्तर पर करवाई जाती है और जो विद्यार्थी इसमें विजयी होता है वह राष्ट्रीय स्तर होने वाली क्विज में हिस्सा लेता है।

अस्पताल के ऑडीटोरियम में करवाई गई इस प्रतियोगिता में लॉरैंस इंटरनैशनल, आर्मी पब्लिक, ए.पी.जे., आई.वी. वल्र्ड, सी.टी. पब्लिक, केंद्रीय विद्यालय, मायर वल्र्ड, डिप्स व पुलिस डी.ए.वी. स्कूल के 11वीं कक्षा के कुल 34 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया और सबसे पहले उनका लिखित टैस्ट हुआ जिसमें से 14 विद्यार्थी पास हुए। इनमें से पहले 9 स्थानों पर आने वालों को क्विज के लिए चुना गया और इनमें से जो पहले 5 स्थानों पर आए उन्होंने क्विज के फाइनल राऊंड में हिस्सा लिया। आखिरी सवाल का सही जवाब देकर आर्मी पब्लिक स्कूल की श्रुति ने 100 अंक हासिल करते हुए पहला पुरस्कार जीता जबकि सायरा बनो 95 अंक हासिल करके दूसरे स्थान पर रही। 

अंत में डा. संदीप गोयल, डा. शुभांग अग्रवाल ने विजेताओं को पुरस्कार दिए। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विक्रम सिंह नेगी, मंदीप कौर, अशोक कुमार, कमल, रुचिका चौधरी, प्रभदीप सिंह व अस्पताल के अन्य स्टाफ ने अपना पूर्ण सहयोग दिया। 

डाक्टर बन कर रोगियों की सेवा करना मेरा लक्ष्य : श्रुति
रिजनल ब्रेन बी (न्यूरो साइंसिज क्विज) में विजयी रही श्रुति मजूमदार ने कहा कि डाक्टर बन कर रोगियों की सेवा करना ही उसकी जिंदगी का मुख्य लक्ष्य है। उसने कहा कि उसकी माता पूर्वी व सेना में नायक के पद पर तैनात पिता कमल मजूमदार हमेशा ही उसके सपनों को साकार करने हेतु पूरी सपोर्ट करते हैं। किताबें पढ़ने व संगीत सुनने में रुचि रखने वाली श्रुति अपने माता-पिता की अकेली संतान है। 

Reported By

Bhupinder Ratta