मेयर को सीलबंद लिफाफे में मिली स्वीपिंग मशीन की रिपोर्ट

punjabkesari.in Tuesday, Aug 21, 2018 - 02:11 PM (IST)

जालंधर (खुराना): नगर निगम प्रशासन ने आज मेयर जगदीश राजा को सीलबंद लिफाफे में स्वीपिंग मशीन प्रोजैक्ट बारे रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट मिलते ही मेयर की प्रतिक्रिया थी कि इस रिपोर्ट को अब पार्षद हाऊस की बैठक के बीच ही खोला जाएगा।गौरतलब है कि आज से डेढ़ माह पहले मेयर जगदीश राजा ने निगम अधिकारियों से स्वीपिंग मशीन प्रोजैक्ट बारे रिपोर्ट 15 दिन में तलब की थी और कई मुद्दों पर स्पष्टीकरण मांगा था। इस संबंधी बनी टीम में निगम के दोनों ज्वाइंट कमिश्रर, डी.सी.एफ.ए. तथा डी.सी.एल.ए. शामिल थे। निगम अधिकारियों ने 15 दिन की बजाय डेढ़ महीने में मेयर को रिपोर्ट भेजी जिस कारण मेयर काफी खफा नजर आए

स्वीपिंग मशीन और एल.ई.डी. के तार चंडीगढ़ से जुड़ेबड़े अधिकारियों का आशीर्वाद दोनों प्रोजैक्टों को प्राप्त
इस बीच अत्यंत सुविज्ञ सूत्रों से पता चला है कि जालंधर निगम के स्वीपिंग मशीन तथा एल.ई.डी. प्रोजैक्ट के तार चंडीगढ़ से जुड़े हुए हैं जहां कार्यरत उच्च स्तर के अधिकारी इन दोनों प्रोजैक्टों पर पूरा आशीर्वाद बनाए हुए हैं। गौरतलब है कि ये दोनों प्रोजैक्ट पूर्व अकाली-भाजपा सरकार के दौरान तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के निर्देशों पर जल्दबाजी में तैयार हुए और उनके कहने पर ही मैकेनिकल स्वीपिंग तथा एल.ई.डी. स्ट्रीट लाइट प्रोजैक्ट शहरों में शुरू हुए।उस समय विपक्ष में बैठी कांग्रेस और पार्षद दल के नेता जगदीश राजा, जो अब शहर के मेयर हैं, ने इन दोनों प्रोजैक्ट्स का जोरदार विरोध किया था। उस समय जगदीश राजा ने स्वीपिंग मशीन प्रोजैक्ट में 25 करोड़ रुपए की घपलेबाजी का आरोप लगाया था और इस मामले को लेकर वह अदालत में भी गए थे। इसी तरह उन्होंने एल.ई.डी. प्रोजैक्ट में भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इसका विरोध किया था। 

अब निगम के सामने आर्थिक तंगी के दृष्टिगत स्वीपिंग मशीन प्रोजैक्ट बंद हो चुका है और पार्षद रोहन सहगल द्वारा उठाए गए मुद्दों के बाद एल.ई.डी. प्रोजैक्ट की भी विजीलैंस जांच शुरू हो गई है। एक ओर जहां सत्ता पक्ष के कांग्रेस के नेता इन दोनों प्रोजैक्ट्स के विरुद्ध दिख रहे हैं, वहीं जालंधर निगम के कई बड़े अधिकारी तथा चंडीगढ़ में बैठे लोकल बाडीज के बड़े अधिकारी इन दोनों प्रोजैक्ट्स को सही ठहराने में लगे हुए हैं। यह भी पता चला है कि अधिकारियों द्वारा कांग्रेसी नेताओं पर दबाव बनाकर इन दोनों प्रोजैक्ट्स को दोबारा शुरू करवाने की चाल चली जा रही है। अब देखना है कि आने वाले समय में स्वीपिंग मशीन प्रोजैक्ट और एल.ई.डी. प्रोजैक्ट में से क्या निकल कर सामने आता है। 

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