कहां है पुलिस ! 70 में 30 दिन सड़कों पर लुटीं शहर की महिलाएं

punjabkesari.in Monday, May 14, 2018 - 07:03 AM (IST)

जालंधर (महेश): करीब 14 किलोमीटर के शहरी दायरे के अंदर पुलिस लाइन और कमिश्नरेट पुलिस में तकरीबन 800 से अधिक मुलाजिम हैं, हालांकि इसके बाद भी शहर में मोटरसाइकिल सवार चंद लुटेरे पुलिस पर भारी पड़ रहे हैं। पिछले 70 दिनों के अंदर लुटेरों की गतिविधियां देखी जाएं तो शहर का कोई ऐसा हिस्सा नहीं बचा जहां लुटेरों ने वारदात न की हों।

पुलिस लगातार गश्त और सिक्योरिटी का दावा करती है, जगह-जगह पर पुलिस नाके लगाकर चैकिंग और चालान काटती है, के बावजूद लुटेरे वारदात कर पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। वहीं, पुलिस ने जो लूट की वारदातें ट्रेस भी की हैं, उनमें अधिकतर वारदातें लोगों के घरों या दुकानों में लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों में कैद फुटेज के कारण हुई हैं। 

अधिकतर वारदातें हुई दिन-दिहाड़े, 90 प्रतिशत में महिलाएं बनी शिकार
ऐसा नहीं है कि लुटेरों ने पुलिस से बचने के लिए लूट के लिए रात का इंतजार किया हो, बल्कि पिछले करीब अढ़ाई माह में हुई 30 से अधिक वारदातों में कुछेक को छोड़कर सभी दिन-दिहाड़े हुई हैं। 90 प्रतिशत वारदातों में लुटेरों की आसान शिकार महिलाएं ही रही हैं। जांच के दौरान खास बात सामने आई कि पुलिस की ट्रेस हुई वारदातों में पकड़े गए लुटेरों में पहले भी कई केस लूटपाट के दर्ज थे। मतलब लुटेरों के अंदर पुलिस का भय खत्म होने के कारण वे जेल जाने से गुरेज भी नहीं करते। वहीं जेल से कुछ माह में जमानत पर लौटने के बाद फिर से लूटपाट में लग गए। मामले में डी.सी.पी. क्राइम गुरमीत सिंह ने बताया कि शहर में लगातार लूट की वारदातें ट्रेस हो रही हैं। थानों की पुलिस को औचक नाकाबंदी और गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। 

Anjna