तेल की जिम्मेदारी लेने से बच रहे हैं निगम के सैनेटरी इंस्पैक्टर

punjabkesari.in Tuesday, Aug 21, 2018 - 10:30 AM (IST)

जालंधर(खुराना): इन दिनों नए निगम कमिश्नर दीपर्व लाकड़ा तथा नए ज्वाइंट कमिश्नर राजीव वर्मा ने सैनीटेशन विभाग के अधिकारियों पर शिकंजा कस दिया है जिनकी सख्ती अब काम आने लगी है। पहले चरण में निगम के सैनेटरी इंस्पैक्टरों ने निगम की वर्कशाप से जारी होते तेल की जिम्मेदारी लेने से लगभग इन्कार सा कर दिया है और अपनी बात निगम प्रशासन तथा मेयर तक पहुंचा दी है। इन सैनेटरी इंस्पैक्टरों ने तर्क दिया है कि निगम की गाडिय़ों को डीजल व पैट्रोल का वितरण किसी टैक्नीकल अधिकारी के हवाले किया जाए। हालांकि यह तर्क आधारहीन प्रतीत होता है क्योंकि तेल बांटने में तकनीकी अधिकारी की खास भूमिका नहीं होती। प्रशासनिक अधिकारियों का मानना है कि सैनीटेशन विभाग की गाडिय़ां सैनेटरी इंस्पैक्टरों की देखरेख में चलती हैं, ऐसे में उन्हें ही तेल जारी करना चाहिए।

बंद गाडिय़ों को भी जारी हो रहा तेल
इस बीच ऐसी संभावनाएं भी व्यक्त की जा रही हैं कि निगम वर्कशाप में बंद पड़ी गाडिय़ों के नाम पर भी तेल जारी होता रहा है। एक सूत्र ने गाड़ी नं. 8047 का उदाहरण दिया है जो काफी समय से खराब पड़ी है परन्तु उस बारे शिकायत हुई है कि उसे तेल जारी किया जा रहा है। जांच के आदेश दिए जा चुके हैं। इस बीच निगम की गाडिय़ों की रिपेयर को लेकर भी निगम में चल रहे फोरैंसिक ऑडिट ने कड़ा ऐतराज जताया है। दरअसल पूर्व कमिश्नर ने 5000 रुपए तक की रिपेयर अधिकारियों की मर्जी से करवाने के निर्देश दे रखे थे। परन्तु उस खर्चे की कोई फाइलें तैयार नहीं की गईं, जिस पर अब ऑडिट ने ऑब्जैक्शन लगा दिया है। इस मामले में कई अधिकारी परेशान दिखाई दे रहे हैं। प्रशासन द्वारा अब सभी गाडिय़ों की रिपेयर का काम एक अधिकारी और एक रजिस्टर के माध्यम से करवाने की प्रक्रिया शुरू की गई है।

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